राजनीति
कुछ ही देर में केद्रीय राज्यमंत्री बनेंगे कीर्ति वर्धन सिंह, कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल
जीत की हैट्रिक लगाकर संसद पहुंचे राजा भैय्या बनेंगे अब मंत्री
गोंडा। मोदी सरकार के 3.0 कार्यकाल में इस बार उत्तर प्रदेश से करीब नौ सांसदों को मंत्री बनाया गया है। इनमें गोंडा लोकसभा सीट से सांसद चुने गए कीर्ति वर्धन सिंह उर्फ राजा भैय्या का नाम भी शामिल है। कीर्ति वर्धन सिंह को भी पीएम मोदी ने दिल्ली बुलाया था।उन्हें बाकायदा पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया था। श्री सिंह को प्रधानमंत्री मोदी का बेहद करीबी भी माना जाता है।कीर्ति वर्धन सिंह के पिता राजा आनंद सिंह भी सांसद रह चुके हैं।उन्होंने 1971 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता भी।इसके बाद 1980, 1984 और 1989 के बीच हुए तीन चुनावों में भी राजा आनंद सिंह ने लगातार जीत दर्ज की थी।लेकिन 1991 में वह भाजपा के बृजभूषण शरण सिंह से चुनाव हार गए।इसके बाद 1996 में वह समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े।लेकिन दुर्भाग्य वश इस बार भी सफलता हाथ नहीं लगी। बताया जाता है कि लगातार दो चुनावों में हार के बाद आनंद सिंह ने अपनी राजनीतिक विरासत अपने बेटे कीर्ति वर्धन सिंह को सौंप दी।कीर्ति वर्धन सिंह ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर पहली बार 1998 में दांव आजमाया।उस समय भाजपा प्रत्याशी बृजभूषण शरण सिंह को हरा कर पहली बार श्री सिंह संसद के दहलीज पर पहुंचे थे।राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो उसके बाद कीर्ति वर्धन सिंह ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और 2014 में भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता। इसके बाद 2019 और इस बार 2024 में जीत की हैट्रिक लगाकर उन्होंने इतिहास रच दिया। लगातार तीन बार चुनाव जीतने के बाद कीर्ति वर्धन सिंह को भाजपा ने अब मंत्री पद का तोहफा दे दिया।लगातार तीसरी बार सांसद बने कीर्ति वर्धन सिंह का जन्म 1966 में गोंडा जनपद के मनकापुर राजघराने में राजा आनंद सिंह के घर हुआ था।कीर्ति वर्धन सिंह ने लखनऊ विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री प्राप्त की है। नवंबर 2002 को कीर्ति वर्धन सिंह का विवाह हुआ था।