प्रधानाध्यापक के निलम्बन से एक समुदाय में आक्रोश,प्रधानाध्यापक ने कहा मैं निर्दोष हूँ
खण्ड शिक्षाधिकारी ने भी प्रधानाध्यपक के रिपोर्ट की पुष्टि की
प्रधानाध्यापक के निलम्बन से एक समुदाय में आक्रोश,प्रधानाध्यापक ने कहा मैं निर्दोष हूँ
गोण्डा।सपा प्रत्याशी श्रेया वर्मा राजनीतिक पार्टी के उम्मीदवार के प्रचार प्रसार में शामिल होने पर मंगलवार को एक सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया है।इस प्रधानाध्यापक के एक राजनीतिक पार्टी के उम्मीदवार के प्रचार प्रसार में शामिल होने की भाजपा जिलाध्यक्ष की ओर से दिए गए शिकायती पत्र में छपिया के ग्राम पंचायत बखरौली के कम्पोजिट विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरुण कुमार वर्मा पर लोकसभा चुनाव में एक राजनीतिक पार्टी के उम्मीदवार के प्रचार प्रसार के लिए आयोजित कार्यक्रमों में सम्मिलित होने के आरोप लगाए गए थे।
जिलाधिकारी द्वारा इन आरोपों की जांच कराई गई। प्रारंभिक जांच में पुष्टि होने के बाद निलंबन की कार्यवाही की गई है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रेमचन्द यादव ने बताया कि प्रधानाध्यापक का यह कृत्य आदर्श निर्वाचन आचार संहिता का उल्लंघन/ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के प्रावधानों के वितरीत है। सरकारी सेवक कर्मचारी आचरण नियमावली का भी उल्लंघन किया गया है।
उन्होंने बताया कि अरुण कुमार वर्मा को निलंबित कर उच्च प्राथमिक विद्यालय घनश्यामपुर से सम्बद्ध कर दिया गया है। इस पूरे की विस्तृत जांच की जिम्मेदारी खण्ड शिक्षा अधिकारी गीतांजली तिवारी को सौंपी गई है।
प्रधानाध्यापक अरुण वर्मा ने बताया कि श्रेया वर्मा के परिवार से हमारा पुराना सम्बन्ध है श्रेया के घर हमारे परिवार का आना जाना और उनके परिवार का मेरे घर आना जाना कई वर्षों से है।जो फोटो दिखाया गया है वो आचारसंहिता के पहले का है 15 फरवरी 24 को 3.55 बजे की है। उस समय श्रेया किसी दल की प्रत्यासी नही थी।उन्होंने कहा शैक्षिक कार्यक्रमो में उसका बढ़ चढ़ कर योगदान रहा है। इस बात की पुष्टि भी वहां के खंड शिक्षा अधिकारी ने अपने रिपोर्ट में की है। इसके बावजूद निर्दोष होते भी निलंबित किया गया है।