इटियाथोक,गोंडा। शिक्षा क्षेत्र अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय नये गाँव पारासराय में मंगलवार को ‘माता उन्मुखीकरण’ कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी उपेंद्र त्रिपाठी ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया।बताते चलें, कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आधारभूत साक्षरता के प्रथम सोपान के रूप मे पूर्व प्राथमिक शिक्षा को चिन्हित किया गया है। पूर्व प्राथमिक शिक्षा के अंतर्गत पूर्व बाल्यावस्था एवं देखभाल शिक्षा(आयु वर्ग तीन से छह वर्ष)आती है, जो उनके विकास के आरंभिक वर्षों मे स्वास्थ्य ,पोषण ,देखभाल और सीखने के अवसर उपलब्ध कराती है।जिसके लिए हर माह विद्यालयों मे माताओं के उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित किये जा रहे हैं।खंड शिक्षा अधिकारी श्री त्रिपाठी ने माताओं को उन्मुख करते हुए कहा,कि माताएं बच्चों के समग्र विकास मे प्रथम शिक्षिका हैं।इसलिए अपने बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण के प्रति सचेत रहें और उन्हे औपचारिक शिक्षा के लिए तैयार करें।कार्यक्रम में बच्चों ने सरस्वती वंदना,देश रंगीला ,जलवा -जलवा, बेटी हूं मै बेटी, शिव तांडव स्तोत्र और नृत्य प्रस्तुत किए।इस अवसर पर कक्षा पांच में अनमोल प्रथम,माही द्वितीय व विनीत को तृतीय स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया।सत्र् 2023-24 में सर्वाधिक उपस्थित वाले बच्चों रचना और अमर को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम मे एआर पी विनोद मिश्र,राधे रमण यादव,मनोज यादव,कृष्ण कुमार सोनकर,ज्योति कटियार,पूनम जैसवाल,मंजू कुमारी मीनाक्षी त्रिपाठी,आंगनवाड़ी कार्यकत्री ऊषा देवी, काजल देवी सरिता देवी आदि मौजूद रहीं।
संचालन दुर्गा प्रसाद जैसवाल ने किया।