एक ऐसा गांव जहां बारिश के दिनों अंदर नहीं जा पाती एंबुलेंस
बारिश के दिनों में ग्रामीणों काफी परेशान

इटियाथोक,गोंडा। गांव के संपूर्ण विकास के लिए सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से हर साल करोड़ों का बजट उपलब्ध करवा रही है, लेकिन इसके बाद भी ग्रामीण सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जूझ रहे हैं।ताजा मामला इटियाथोक विकासखंड की ग्राम पंचायत रुदापुर व पूरे सिधारी से लोशीशा चौराहा होते हुए मजरा अहिरन पुरवा, सहजाजोत, दर्जी पुरवा, मनिहार पुरवा को जाने वाले संपर्क मार्ग का सामने आया है।जहां सड़क इतनी जर्जर हालत में है कि इस गांव में एंबुलेंस तक नही आ पाती।ग्रामीण मोहम्मद रऊफ,शेर मोहम्मद, शकील, रामजन्म यादव,वहाउद्दीन,मकसूद आदि का कहना है, कि बीमार व्यक्ति को अन्य माध्यम से एंबुलेंस तक पहुंचाना पड़ता है तब जाकर वह अस्पताल पहुंच पाता है।सबसे ज्यादा परेशानी तब आती है जब किसी गर्भवती महिला को डिलेवरी के लिए ले जाना हो। ग्रामीणों की यह परेशानी यहीं तक सीमित तक नहीं है।गांव के बच्चे इस मार्ग से स्कूल भी नहीं जा पाते। उन्हें दूसरे लंबे मार्ग का सहारा लेना पड़ रहा है।गौर करने वाली बात है कि सड़क की यह समस्या दो पांच साल पुरानी नहीं है बल्कि जब से गांव बसा है तब से यह सड़क पक्की नहीं बनी है।इसी वजह से यह समस्या बेहद गंभीर हो गई है।स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जब भी चुनाव होते हैं तो सड़क का मुद्दा हावी रहता है।जो चुनाव लड़ने वाले होते हैं,वे तय समय में सड़क बनवाने का आश्वासन दे देते हैं,लेकिन यह सड़क आज तक नहीं बन सकी है।समाजसेवी असलम सिद्दीकी ने बताया, कि गांव में लगभग दो किमी का रास्ता बहुत खराब है। इस मार्ग से न सिर्फ गांव के लोग बल्कि आसपास के गांवों के लोग भी गुजरते हैं।लेकिन बारिश में यहां इतनी दुश्वारी बढ़ जाती है कि बच्चे स्कूल नहीं जा पाते।उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी से समस्या को लेकर अवगत कराया गया है।