थानाध्यक्षों को एक दूसरे स्थानों पर स्थानांतरण को लेकर थानाध्यक्ष हुए निडर,थाना बना वसूली केंद्र
मनमानी कर रहे थानाध्यक्ष,वसूली भ्रस्टाचार में नही लग रही रोक,नए लोगो को नही मिल रहा मौका

गोंडा जिले में थाना अध्यक्षों को एक थाने से दूसरे थाने पर ट्रांसफर को लेकर थाने वसूली और भ्रष्टाचार के केंद्र बन गए है, थानों पर चार्ज पाए थाना अध्यक्ष को अब किसी बात की डर नहीं रह गई है, क्योंकि उनकी ज्यादा शिकायत हुई तो एक थाने से दूसरे थाने पर स्थानांतरित कर दिए जाएंगे जिससे उनकी बादशाहत कायम रहेगी, जिससे उनके रवैया और आचार व्यवहार में कोई फर्क या गिरावट नहीं आ रही है। यही कारण है कि मुख्यालय स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय, अपर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर अब भीड़ बढ़ती ही जा रही हैं।थानों में ट्रेंड बन गया है कि पीड़ित से भी पैसा लो और पीड़ित करने वालों से भी पैसा लो और फिर दोनों में समझौता करा दो । जिससे पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा है।पीड़ित केवल चक्कर पर चक्कर लगाते रह जाते हैं। इसलिए ज्यादा अच्छा होता कि बेलगाम थानाध्यक्ष कि शिकायत है तो उसे दंड स्वरूप थानागिरी छीन कर मुख्यालय पर ही रखा जाए और नए को थाने का चार्ज दिया जाए,तो इससे भ्रष्टाचार और वसूली में अवश्य कमी आएगी और लोगों को न्याय भी मिलेगा।