चार माह बाद भी नहीं सुलझी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के हत्या की गुत्थी
अबतक कई संदिग्धों से हो चुकी पूछताछ, बावजूद हत्या का रहस्य बरकरार
इटियाथोक,गोंडा। थाना क्षेत्र के रामगढिय़ा गांव निवासी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रमिला तिवारी के हत्यारों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने एक दर्जन से अधिक संदिग्धों को थाने पर लाकर बारी-बारी से पूछताछ की।बावजूद चार महीने बीत गए और पुलिस हत्यारों का सुराग नहीं तलाश सकी है।जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला की गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी।फिलहाल,पुलिस इस मामले में विशेष कुछ बोलने से परहेज कर रही है।
*स्वजनों से लेकर गांव के अन्य लोगों तक से पूछताछ*
मृतका के पति देव प्रकाश तिवारी ने गांव की एक महिला सहित तीन लोगों पर चुनाव को लेकर रंजिशन हत्या किए जाने की थाने में तहरीर दी थी।पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज करते हुए अपना अनुसंधान शुरू किया, फिर भी हत्या का रहस्य ज्यों का त्यों बरकरार रहा।उसके बाद पुलिस ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के स्वजनों सहित गांव के कुछ अन्य लोगों से पूछताछ की।बावजूद पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल सका।एसपी विनीत जायसवाल ने घटनास्थल का जायजा लिया। मौके पर डॉग स्क्वायड व फॉरेंसिक टीम ने भी पहुंच कर साक्ष्य संकलन किया था।क्षेत्राधिकारी शिल्पा वर्मा ने संदिग्धों से पूछताछ की थी।इसके बावजूद कोई सुराग नहीं मिला तो पुलिस चुपचाप बैठ गई।
*क्या था मामला*
इटियाथोक थाना क्षेत्र के बिशुनपुर तिवारी पंचायत के रामगढिय़ा गांव की 40 वर्षीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रमिला तिवारी 25 जुलाई दोपहर को घर से करीब 500 दूर खेत में शौच के लिए गई थी।काफी देर तक जब वह घर नहीं लौटी तो स्वजन उसे तलाशने गए। तभी गन्ने के खेत में उसका शव पड़ा मिला।इस प्रकरण में प्रभारी निरीक्षक शेष मणि पांडे का कहना है कि बहुत जल्द खुलासा होगा।