इटियाथोक कस्बा के माई छोटा स्कूल में एलकेजी के आठ वर्षीय छात्र को टीचर ने जूते नहीं पहनकर आने पर गाल पर चांटे ही चांटे मारे हैं।आरोप है, बच्चे को चांटे इतनी जोर से मारे गए हैं, कि गाल पर उंगलियों के निशान बन आए।जब छात्र घर पहुंचा तो परिजन ने गाल पर आए निशान के बारे में पूछा और पता चलने पर क्लास टीचर से बात की।क्लास टीचर का कहना था, कि हमारे स्कूल में ऐसे ही पढाते हैं।घटना 19 अगस्त की सुबह माई छोटा स्कूल इटियाथोक कस्बा व बाजार की है।
*मारपीट के बाद बच्चा स्कूल तक नहीं जाना चाह रहा*
पीड़ित छात्र सम्राट (08) कस्बे के रस्तोगी गली का रहने वाला है।वह अपने घर से करीब दो सौ मीटर दूर स्थित माई छोटा स्कूल में कक्षा एलकेजी का छात्र है।साथ में उसकी बहन आराध्या (06) पढ़ने जाती है। घटना वाले दिन बच्चा स्कूल में जूते नहीं पहनकर गया था।हालांकि, ये बात बच्चे ने टीचर को भी बताई थी, कि उसके जूते भीगे हुए थे, इस लिए वह जूते पहनकर नहीं आया है। इसके बावजूद, टीचर ने उसे बेरहमी से पीटा।गाल पर चांटे ही चांटे मारे।इससे उंगलियों के निशान उसके गाल पर छप गए। मुहल्ले में इस बात की चर्चा है कि बच्चा जब स्कूल से घर पहुंचा तो काफी डरा और सहमा हुआ था। मारपीट के कारण वह इतना भयभीत हो चुका है, कि वह स्कूल नहीं जाना चाहता और स्कूल के नाम से भी सिहर उठता है।
*मां रागनी बोली-मेरे मासूम बेटे को बेरहमी से पीटा*
बच्चे की मां रागनी सोनी का कहना है कि मैंने अपने बच्चे को कभी छुआ तक नहीं है, लेकिन टीचर ने उसे सिर्फ जूते ना पहने होने के कारण बेरहमी से पीटा।
*बोले प्रधानाध्यापक*
इस संदर्भ में माई छोटा स्कूल के प्रधानाध्यापक लवकुश कुमार से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया, कि दोनों बच्चे उनके ही स्कूल में पढ़ते हैं।यहां पर बच्चों के साथ मारपीट जैसी कोई घटना नहीं घटित हुई है।लगाए जा रहे सारे आरोप निराधार हैं। दोनों बच्चों के दस माह का बाइस हजार रुपया फीस बाकाया था।दो दिन पहले बच्चों के अभिभावक से फीस जमा करने की बात स्कूल प्रबंधन द्वारा कही गई थी।