
इटियाथोक,गोंडा।थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत गोसेंद्रपुर के मजरा गांव कोल्हुवा में कच्ची शराब एक उद्योग का रूप ले चुकी है।यहां करीब आधा दर्जन लोग इस अवैध कारोबार को व्यवस्थित ढंग से अंजाम दे रहे हैं।शराब बनाने के साथ ही गांव में ही उसकी बिक्री भी बेखौफ होकर की जा रही है।आबकारी विभाग की अनदेखी और पुलिस की निष्क्रियता से कोल्हुवा गांव में कच्ची शराब का धंधा कई वर्षों से गुलजार है।जबकि ग्रामीण क्षेत्र में मजदूर व गरीब तबके के लोग इसकी गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग सुबह उठने के बाद सबसे पहले इसी शराब का सेवन कर लेते हैं।इसके बाद दिनचर्या पर निकलते हैं।शौकीनों की संख्या में इजाफा होने से हर रोज इसकी मांग बढती जा रही है।जिस कारण कारोबार में भी विस्तार जारी है। गांव में कम उम्र के किशोर भी इसका सेवन करके अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं।सस्ती होने के कारण लोगों की यह पहली पसंद बन चुकी है।समझदार ग्रामीणों ने कई बार इस शराब के कारोबार को बंद कराने की मांग उठाई, पुलिस ने कार्रवाई भी की लेकिन स्थाई समाधान नहीं खोजा जा सका।ग्रामीणों के मुताबिक,यदि इस शराब के धंधे को बंद नहीं कराया गया तो हजारों घरों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा।इस संदर्भ में जिला आबकारी अधिकारी से फोन पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि कार्रवाई की जाएगी।
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