इटियाथोक,गोंडा।मौसम के तल्ख होते तेवर के साथ पेयजल की समस्या गहराती जा रही है।इटियाथोक रेलवे स्टेशन पर पानी की समस्या गंभीर रूप धारण कर चुकी है।इस कारण रेल यात्रियों को भीषण गर्मी में भी पीने के लिए ठंडा पानी नहीं मिल रहा।यहां सुविधाओं की कमी है। रेलवे स्टेशन पर सफाई अव्यवस्था, ताला बंद पड़े शौचालय आदि से भी यात्रियों को दिक्कत झेलनी पड़ रही है।यात्रियों ने रेल प्रशासन से सुविधाएं दुरूस्त कराए जाने की मांग की है।
इटियाथोक रेलवे स्टेशन परिसर में मात्र एक हैंडपंप के सहारे हो रही व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है।यहां अधिकतर हैंडपंप खराब पड़े हैं, वहीं टोटियां टूटी हुई हैं।स्टेशन पर ट्रेनों के पहुंचते ही दौड़ पड़ने वाले यात्री हैंडपंपों के खराब होने की जानकारी होते ही अपने आप को ठगा महसूस करते हैं।इसका भरपूर फायदा भी लोगों द्वारा महंगे दर पर पानी की बिक्री करके उठाया जा रहा है।
इसे विभागीय उदासीनता कहें या फिर रेलवे स्टेशन पर तैनात अधिकारियों की लचर कार्यशैली।विडंबना तो यह, है कि निरीक्षण के दौरान उच्चाधिकारियों द्वारा व्यवस्था में सुधार के वायदे करने के साथ संबंधित को चेतावनी भी दी जाती है लेकिन मातहतों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता।लिहाजा स्टेशन पर पहुंचने वाले यात्रियों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ता है।विजय कुमार,विक्की, राजेंद्र, समय दीन,अजय, सुभाष आदि ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर सफाई व्यवस्था भी कमजोर है।
यहां पर पुरुष व महिलाओं के लिए बने शौचालय के आसपास गंदगी फैली है और ताला भी बंद है।वहां हमेशा दुर्गंध रहती है।यात्रियों को खुले में शौच जाना पड़ रहा है।यात्रियों ने रेल प्रशासन से स्टेशन पर पीने योग्य ठंडे पानी की व्यवस्था करवाने और शौचालय का रखरखाव सुधरवाने की मांग की है। स्टेशन मास्टर विवेकानंद शुक्ल ने बताया कि समस्या के बाबत उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।