इटियाथोक-बाबागंज मार्ग अत्यंत जर्जर होने से अक्सर सड़क पर बने गड्ढों में फंस कर दोपहिया वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त होते हैं.आज मंगलवार इसी सड़क के निर्माण की मांग को लेकर राष्ट्रीय छात्र पंचायत के अध्यक्ष शिवम पांडे ने अपने साथियों के साथ सड़क पर बने गड्ढों में धान के पौधों की रोपाई करते हुए कुम्भकर्णीं नींद में सो रहे प्रशासन को जगाने का काम किया….
इटियाथोक,गोंडा। क्षेत्र की लाइफ लाइन कहे जाने वाले इटियाथोक-बाबागंज मार्ग बदहाल है। 20 किलोमीटर में बनी यह सड़क गड्ढा मुक्त के दावे की पोल खोल रही है।यहां से आप गुजर रहे हों, तो संभाल कर चलें,ताकि गंतव्य तक आसानी से सही सलामत पहुंच सकें।जरा सी असावधानी मार्ग पर बने गड्ढे में फंसकर आप गिर सकते हैं।वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है।इसी समस्या को लेकर मंगलवार राष्ट्रीय छात्र पंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवम पांडे ने अपने सहयोगियों के साथ रमवापुर नायक चौराहा पर वर्षों से जर्जर पड़ी सड़क के न बनने को लेकर विरोध प्रदर्शन का अनोखा तरीका निकाला।उन्होंने सड़क के गड्ढों में धान के पौधों की रोपाई कर विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से सड़क के निर्माण की मांग की।जिले के इटियाथोक विकासखंड अंतर्गत इटियाथोक-बाबागंज मार्ग करीब एक दशक से जर्जर हालत में है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पांडे ने कहा कि किसी जन प्रतिनिधि एंव प्रशासनिक अधिकारियों ने जानकारी के बावजूद इस सड़क के निर्माण में कोई गंभीरता नहीं दिखाई है।
*यहां गड्ढों में गिरकर चोटिल हो रहे लोग*
इटियाथोक से बाबागंज को जाने वाला मार्ग टूट कर गड्ढे में तब्दील हो चुका है। जून माह में हुई पहली बरसात में ही सड़क कई जगह तालाब बन चुकी है।इन गड्ढों में आए दिन राहगीर गिरकर चोटिल हो रहे हैं।लोग इसी मार्ग से होकर ब्लॉक मुख्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, राजकीय पशु अस्पताल और बच्चे स्कूल को जाते हैं।
*इटियाथोक-बाबागंज मार्ग का टेंडर रद्द होने से क्षेत्रीय लोगों में निराशा*
इटियाथोक से बाबागंज (श्रीनगर) मार्ग का 52.40 करोड़ की लागत से चौड़ीकरण होने के दावे किए जा रहे थे।अतिरिक्त जिला मार्ग में शमिल 20 किलोमीटर लंबी यह सड़क 12 माह में बनकर तैयार होने की बात कही जा रही थी,जो अभी तक परवान नहीं चढ़ सकी है।वहीं पिछले दिनों शासन स्तर पर इस मार्ग के लिए निविदा प्रक्रिया निरस्त होने से सड़क निर्माण में अब ग्रहण लग चुका है