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इंकलाब फाउंडेशन द्वारा गर्मी से राहत हेतु छाता वितरण कार्यक्रम का भव्य आयोजन
जनसेवा का एक और अनुकरणीय उदाहरण, जरूरतमंदों के लिए बना जीवनदायिनी पहल :- डॉ पीयूष रंजन

गोंडा। शनिवार, इंकलाब फाउंडेशन द्वारा प्रचंड गर्मी और लू के कहर से जूझ रहे ज़रूरतमंदों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से “छाता वितरण कार्यक्रम” चलाया गया। इस विशेष पहल के तहत नगर के प्रमुख चौराहों, दु:खहरण नाथ मंदिर, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल परिसर, तहसील क्षेत्र एवं ग्रामीण अंचलों में छाता वितरण किया गया।
*कार्यक्रम का उद्देश्य*
भीषण गर्मी में सड़कों पर मेहनत-मजदूरी करने वाले श्रमिक, फल-विक्रेता, रिक्शा चालक, महिलाएं, वृद्धजन एवं स्कूल-कॉलेज जाने वाले विद्यार्थी सबसे अधिक प्रभावित होते हैं।गर्मी में सिर पर छांव का अभाव जानलेवा बीमारियों जैसे लू, डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक आदि का कारण बन सकता है, ऐसे में इंकलाब फाउंडेशन का यह कदम जनस्वास्थ्य की रक्षा के साथ-साथ मानवीय संवेदना का एक उज्ज्वल उदाहरण बना।संस्था के संरक्षक डॉ पीयूष रंजन और आशुतोष कैश वार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा हमारा प्रयास हमेशा रहा है, कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक राहत पहुंचाई जाए। छाता वितरण सिर्फ एक प्रतीकात्मक सहायता नहीं, बल्कि यह एक संदेश है, कि मानवता के लिए हम हर मौसम, हर परिस्थिति में खड़े हैं। आने वाले दिनों में गोंडा ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में इस अभियान को विस्तार दिया जाएगा कार्यक्रम में डॉ प्रभाकर पाण्डेय, प्रमोद पांडे, आयुष मिश्रा,अविनाश सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे ।

*जन भागीदारी और सहयोग*
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाजसेवी, छात्र, शिक्षक, चिकित्सा कर्मी एवं स्थानीय युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया संस्था की टीम ने न केवल छाते वितरित किए, बल्कि नागरिकों को गर्मी से बचाव के उपायों जैसे पर्याप्त जल सेवन, हल्के वस्त्रों का प्रयोग, दोपहर में बाहर न निकलने की सलाह भी दी।
*जनसमूह की प्रतिक्रिया*
छाता पाकर कई वृद्धजन और राहगीरों की आंखें नम हो गईं।एक रिक्शा चालक रमेश यादव ने कहा इतनी धूप में रिक्शा चलाते हैं, सिर पर कुछ भी नहीं था।आज इंकलाब फाउंडेशन का दिया ये छाता हमें भगवान की छांव जैसा लग रहा है।
