इटियाथोक,गोंडा।पावर कार्पोरेशन और कार्यदाई संस्था की लापरवाही से बनकर तैयार स्वास्थ्य उपकेंद्रों की हैंडओवर प्रक्रिया अधर में लटकी है।बिजली विभाग की लापरवाही से प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना के तहत निर्मित इन स्वास्थ्य उपकेंद्रों का विद्युतीकरण समय से नहीं हो पाया।ऐसे में एक बड़ी आबादी को पास में ही बेहतर इलाज के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए वर्ष 2022 में प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना के तहत इटियाथोक विकासखंड में 15 स्वास्थ्य उपकेंद्रों के नए भवन के निर्माण को मंजूरी प्रदान हुई थी। 31 लाख 71 हजार रुपये की अनुमानित लागत से प्रत्येक स्वास्थ्य उपकेंद्र को 2023 में निर्माण पूरा कर संचालन करने का निर्देश दिया गया था।समय पर निर्माण पूरा कर उसे स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर करने के लिए कार्यदाई संस्था यूपीपीसीएल को आवश्यक राशि भी उपलब्ध करा दी गई थी।कार्यदाई संस्था की लापरवाही से ग्राम पंचायत हिंदू नगर खास व हर्रैयाझूमन में स्वास्थ्य उपकेंद्र के भवन निर्माण का काम अधूरा पड़ा है।वहीं नारेमहरीपुर, बिरमापुर और हरदैया भटपुरवा ग्राम पंचायतों में भवन का निर्माण तो पूरा हो गया लेकिन विद्युतीकरण न होने से हैंडओवर नहीं हो सका है।इन सबसे इतर सबसे हैरान करने वाली बात तो यह है, कि पृथ्वीपाल गंज गृंट, गनेशपुर गृंट,सोमरही, गूंगीदेई, सीरबनकट, पूरे पंडित वृंदावन,ज्ञानापुर,रामनगर झिन्ना, रूदापुर पंचायतों में स्वास्थ्य उपकेंद्र के भवन निर्माण के लिए अभी तक कोई पहल ही नहीं की गई है।इससे लगभग 75 हजार की आबादी को बेहतर इलाज की उम्मीदों पर पानी फिर रहा है।इस संदर्भ में विभाग के जेई अमित सिंह ने दूरभाष पर बताया कि बजट के अभाव में काम अधूरा लटका पड़ा है।
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