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मजाक बन कर रह गया मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला
मरीजों को नहीं मिल पा रही एक ही छत के नीचे सभी स्वास्थ्य सुविधाएं,अब नहीं रहा आरोग्य मेला का विश्वास

इटियाथोक। इटियाथोक क्षेत्र के तकिया मनोहर जोत गांव स्थित पीएचसी पर प्रत्येक रविवार को आयोजित होने वाला मुख्यमंत्री आरोग्य मेला मजाक बन कर रह गया है।यहां मरीजों को स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाएं ठीक से नहीं मिल पा रही हैं।मरीजों का विश्वास स्वास्थ्य मेले के प्रति नहीं रह गया है।ऐसे में आरोग्य मेले में काफी कम संख्या में मरीज इलाज के लिए जा रहे हैं।रविवार दोपहर बारह बजे तक यहां कुल चौदह मरीज ही पहुंच सके।मौके पर फार्मासिस्ट प्रदीप नारायण राय, स्टाफ नर्स रागिनी तिवारी व स्वीपर कम चौकीदार बुधराम मौजूद रहे। विदित हो,कि शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को नि:शुल्क जांच व उपचार के साथ ही बीमारियों के प्रति जागरूकता व परामर्श के लिए मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला लगाए जाने का निर्देश दिया गया है।शुरुआत में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही मरीजों में कुछ जागरूकता दिखी।लेकिन हाल फिलहाल यह औपचारिकता तक सीमित रह गया है।मेले में आयुष्मान कार्ड,गर्भावस्था एवं प्रसव काल में परमर्श,संस्थागत प्रसव सम्बन्धी जागरूकता, जन्म पंजीकरण परामर्श,नवजात शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा परामर्श एवं उपचार, बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम,नियमित टीकाकरण,परिवार नियोजन,टीबी,मलेरिया, डेंगू,फाइलेरिया आदि बीमारियों की आवश्यक जांच एवं उपचार सहित विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराए जाने की योजना बनाई गई है।लेकिन हकीकत से परे सब कागज पर ही होता दिख रहा है।
