कनेक्शन के बावजूद विभाग ने कराया बिजली चोरी का मुकदमा
मेहनौन विद्युत उपकेंद्र के कर्मचारियों का खेला उजागर, पीड़ित ने लगाए गंभीर आरोप
इटियाथोक,गोंडा। बिजली निगम के कारस्तानी की सजा परास खाल गांव के रहने वाले संदीप कुमार पुत्र बैजनाथ को भुगतनी पड़ रही है।बिजली कनेक्शन होने के बाद भी विभाग की टीम ने उन्हें बिजली चोरी में पाबंद कर दिया।इतना ही नहीं विभाग ने उन्हें जानकारी भी नहीं दी।उन्हें मामले की जानकारी तब हुई।जब थाने से मुकदमा दर्ज किए जाने का फोन पर सूचना मिली। मुकदमे की जानकारी होने पर पूरे परिवार के होश उड़ गए।अब पीड़ित की बात सुनने को बिजली अफसर तैयार नहीं है।हैरान-परेशान परिवार न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रहा है।
दरअसल इटियाथोक थाना क्षेत्र के परास खाल गांव निवासी संदीप कुमार के मुताबिक 21 मार्च 2018 को मेहनौन विद्युत उपकेंद्र से बिजली कनेक्शन लिया था।आरोप है, दीपावली से पहले विभाग के जेई टीम के साथ जांच करने संदीप के गांव पहुंचे।उस समय वह घर पर मौजूद नहीं थे।पीड़ित ने बताया कि बिजली विभाग की टीम ने बिजली चोरी करने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज करा दिया।जबकि वास्तविकता यह है कि मार्च-2018 में ही बिजली निगम ने कनेक्शन दिया था, जिसकी रसीद मौजूद है।साथ ही मुकदमा दर्ज कराने की जानकारी भी नहीं दी।
*बिजली चोरी के केस में है ये प्रावधान*
बिजली निगम के मुताबिक जिस व्यक्ति पर बिजली चोरी का केस दर्ज होता है। उसपर राजस्व निर्धारण कर पहले सेक्शन थ्री की नोटिस दी जाती है। वह भी रजिस्टर्ड डाक से उस व्यक्ति के पते पर भेजा जाता है। संदीप कुमार के मामले में न तो उन्हें जानकारी दी और ना ही नोटिस भेजा
*बोले अफसर*
विभाग के एसडीओ पीयुष सिंह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है, जानकारी करके उचित कार्रवाई करेंगे।