सावन मेला को लेकर एएसपी ने पृथ्वी नाथ मंदिर का किया निरीक्षण
अज्ञातवास के दौरान भीम ने की थी अद्भुत व विशाल शिवलिंग की स्थापना
खरगूपुर,गोंडा। प्राचीन काल के प्रसिद्ध पृथ्वीनाथ शिव मंदिर में सावन माह के अवसर पर एक माह तक मेला चलता है। यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु विशाल शिवलाट पर जलाभिषेक व पूजन-अर्चन करते हैं।सावन माह में कांवरियों की ओर से जलाभिषेक व महिलाओं के दर्शन पूजन को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।शुक्रवार को महाशिवरात्रि अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) मनोज कुमार रावत ने खरगूपुर स्थित पृथ्वी नाथ (भीमेश्वर महादेव) मंदिर का निरीक्षण किया।इस दौरान कोतवाल को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का निर्देश दिया।
*मंदिर का इतिहास*
खरगूपुर नगर पंचायत से तीन किलोमीटर पश्चिम स्थित पृथ्वीनाथ मंदिर है।मान्यता है, कि अज्ञातवास के दौरान भीम ने शिवलिंग की स्थापना की थी।यह शिवलिंग महाभारत कालीन बताया जाता है।मंदिर में स्थापित साढ़े पांच फुट ऊंचा शिवलिंग काले-कसौटी के दुर्लभ पत्थरों से निर्मित है।टीले पर स्थित इस मंदिर के बारे में जानकारों का कहना है,कि मुगल काल में उनके एक सेनापति ने पूजा-अर्चना की और मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था।भीम द्वारा स्थापित यह शिवलिंग धीरे-धीरे जमीन में समा गया।कालांतर में खरगूपुर के राजा गुमान सिंह की अनुमति से यहां के निवासी पृथ्वी सिंह ने मकान निर्माण के लिए खोदाई शुरू करायी।उसी रात स्वप्न में पता चला कि नीचे सात खंडों का शिवलिंग दबा हुआ है। इसके बाद पृथ्वी सिंह ने पूरे टीले की पुन: खोदाई करायी, जहां पर एक विशाल शिवलिंग उभर कर सामने आया।
उन्होंने इसके बाद हवन के उपरांत पूजन-अर्चन शुरू कराया। तभी से इसका नाम पृथ्वीनाथ मंदिर के नाम से प्रसिद्ध हो गया और बड़ी संख्या में लोगों के आस्था का केंद्र बन गया।बताया जाता है, कि लगभग तीन दशक पूर्व तत्कालीन सांसद कुंवर आनंद सिंह के पत्र पर पुरातत्व विभाग की जांच में पाया गया कि उक्त मंदिर में स्थित शिवलिंग एशिया का सबसे बड़ा शिवलिंग है, जो पांच हजार वर्ष पूर्व महाभारत काल का है।लोगों का मानना है,कि यहां सच्चे मन से दर्शन-पूजन व जलाभिषेक करने से मनवांछित फल प्राप्त होता है।उक्त मेले में खासकर सोमवार व शुक्रवार के दिन श्रद्धालु बड़ी संख्या में मंदिर पहुंचते हैं।श्रावण मास 22 जुलाई से शुरू होकर 19 अगस्त तक मेले व जलाभिषेक कार्यक्रम को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए जिला मुख्यालय सहित आस-पास के थानों की पुलिस बल तैनात की गई है।