आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के हत्या का रहस्य बरकरार, लकीर पीटती पुलिस
25 जुलाई को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रमिला तिवारी का शव गांव से 500 मीटर दूर गन्ने के खेत में मिला था
इटियाथोक,गोंडा।हत्या जैसे जघन्य आपराधिक मामले के अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं।घटना के बाद से ही गांव के लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है। लेकिन, पुलिस-प्रशासन को इससे कोई लेना देना नहीं है।उदाहरण के तौर पर इटियाथोक थाना क्षेत्र के विशुनपुर तिवारी पंचायत के गांव रमगढिय़ा को ही लें तो पुलिस की निष्क्रियता से न सिर्फ अपराधियों का मनोबल बढ़ा है।बल्कि, ग्रामीण भी खौफ के साये में जी रहे है।आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रमिला तिवारी (40) का शव 25 जुलाई को घर से करीब 500 सौ मीटर की दूरी पर गन्ने के खेत में पड़ा मिला था।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी।मामले में मृतका के पति देव प्रकाश तिवारी ने गांव की एक महिला सहित तीन लोगों पर कोटेदारी के चुनाव को लेकर रंजिशन हत्या किए जाने की थाने में तहरीर दी थी।विश्वस्त सूत्रों की मानें,तो पुलिस तीनों आरोपियों के साथ अन्य संदिग्धों को हिरासत में लेकर कई दिनों से पूछताछ कर रही है।नतीजतन आज तक गुत्थी अनसुलझी है।दिलचस्प बात तो यह है, कि 19 दिनों से इतनी पूछ-ताछ व तमाम जांच पड़ताल के बावजूद असली मास्टरमाइंड के गिरेबान तक पुलिस के हाथ न पहुंचना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संदर्भ में अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) मनोज रावत व क्षेत्राधिकारी शिल्पा वर्मा ने बताया कि बहुत जल्द हत्या की गुत्थी सुलझा ली जाएगी।