नलकूप रजिस्ट्रेशन के नाम पर किसान से वसूली का आरोप
सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना को पलीता लगा रहे विभागीय कर्मचारी
इटियाथोक,गोंडा। कई साल बाद निजी नलकूपों के बिजली कनेक्शन को हरी झंडी मिली, तो किसानों के चेहरों पर रौनक आई, लेकिन कुछ ही दिनों में यह गायब हो गई।जिसका प्रमुख कारण रजिस्ट्रेशन के नाम पर हो रही अवैध वसूली है।विश्वस्त सूत्रों की मानें, तो बिजली विभाग के अफसरों को इस खेल का पूरा पता है।वह किसी को निर्धारित शुल्क नहीं बताना चाहते, क्योंकि उनके इस खेल का पर्दाफाश हो जाएगा।पूरा मामला मेहनौन विद्युत उपकेंद्र से जुड़ा है।आरोप है, यहां पर तैनात विद्युत कर्मी द्वारा निजी नलकूप रजिस्ट्रेशन करवाने के एवज में 1000/रुपये सुविधा शुल्क मांगा जा रहा है।मामले को लेकर इटियाथोक विकासखंड के दूल्हम पुर ग्राम पंचायत के रहने वाले किसान रोशन लाल वर्मा ने उपखंड अधिकारी धानेपुर से लिखित शिकायत की है।दिए गए शिकायती पत्र में पीड़ित ने कहा है कि निजी नलकूप रजिस्ट्रेशन करवाने हेतु 33/11 मेहनौन उपकेंद्र पहुंचा, तो काउंटर पर बैठे विभाग के टीजीटू के द्वारा 1000 रुपये सुविधा शुल्क की मांग की गई। उनसे यह भी कहा गया, कि जमा की गई रकम की रसीद नहीं मिलेगी।कर्मचारी ने कहा ,कि 31 मार्च 2023 तक की जमा बिल का पीडीएफ निकालकर रसीद दी जाएगी।रोशन लाल वर्मा का कहना है कि उसने 31 मार्च 2023 तक अपने निजी नलकूप का बकाया बिल जमा करके रजिस्ट्रेशन भी करवा लिया है। बावजूद कर्मचारी द्वारा अवैध तरीके से पैसे की मांग की जा रही है।फिलहाल, मामले को लेकर विभाग के अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं।वहीं खबर प्रकाशित होने के कई घंटे बाद देर शाम को बिजली विभाग के टीजीटू ने देश तक न्यूज संवाददाता से दूरभाष पर बताया कि किसान रोशन लाल वर्मा ने उच्च अधिकारियों को एक लिखित क्षमा प्रार्थना पत्र देकर अपना शिकायती प्रार्थना पत्र वापस ले लिया है।अब कोई मामला नहीं है।