खस्ताहाल ग्रामीण सड़कें खोल रही विकास की पोल
जर्जर ग्रामीण सड़कें हालात पर आंसू बहाने को विवश
इटियाथोक,गोंडा। सरकार की ओर से गांव के विकास को लेकर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं,वहीं दूसरी ओर इटियाथोक ब्लॉक क्षेत्र की जर्जर ग्रामीण सड़कें विकास की पोल खोल रही है।गांवों को पंचायत मुख्यालय व ब्लॉक मुख्यालय से जोड़ने वाली यहां की अधिकांश ग्रामीण सड़कें खस्ताहाल हो चुकी है।करीब सात से दस साल पहले की बनी कई सड़कों की आज तक मरम्मत भी नहीं हुई है।गोसेद्रपुर पंचायत से परसिया गांव होते हुए बाबागंज मुख्य मार्ग तक गुजरने वाली ग्रामीण सड़क पूरी तरह जर्जर है।चुरिहार पुर पंचायत से गजाधर पुर गांव तक की सड़क की मरम्मत का काम नहीं होने से राहगीरों का आवागमन मुश्किलों भरा है। कुछ ऐसी ही स्थिति वेदपुर माफी गांव के संपर्क मार्ग की है। वहीं करमडीह कला पंचायत स्थित सदाशिव बाजार के मुख्य चौराहा से रुदापुर गांव को जाने वाली सड़क का बुरा हाल है। परसिया बहोरीपुर पंचायत के शंकर चौराहा से बहोरी पुर गांव को जानेवाली सड़क भी जर्जर हालात पर आंसू बहाने को विवश हैं।यहां तो हल्की बारिश में भी चलना मुश्किल हो जाता है।स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार गांवों के विकास के लिए कई योजनाएं धरातल पर उतार देती है,लेकिन उचित रख रखाव व समय पर मरम्मत नहीं हो पाने के कारण जन सरोकार से जुड़ी योजनाओं की हालत धीरे -धीरे बेहाल हो जाती है।क्षेत्र के पंकज,राम करन,जुबेर, दिनेश,हसीब, मोहम्मद सलमान,अनवर, राजाराम आदि का कहना है कि ग्रामीण सड़कों की हालत सुधारने के लिए न तो क्षेत्र के जनप्रतिनिधि औऱ न ही प्रशासनिक महकमे के अधिकारी ध्यान देते हैं। चुनाव के समय तो बड़े -बड़े वादे किए जाते हैं लेकिन चुनाव के बाद सब हवा -हवाई हो जाता है।