जनपद में मोहर्रम के दौरान विद्युत सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनी विशेष समिति,अपर जिला मजिस्ट्रेट (वित्त एवं राजस्व) की अध्यक्षता में किया गया गठन
ताजिया कमेटियों से समन्वय स्थापित कर ओवर हाइट ताजिया के निर्माण व उनके जुलूस में शामिल कराने पर पाबन्दी के सम्बन्ध में सहमति बनने पर रहेगा जोर
- जनपद में मोहर्रम के दौरान विद्युत सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनी विशेष समिति,अपर जिला मजिस्ट्रेट (वित्त एवं राजस्व) की अध्यक्षता में किया गया गठन
ताजिया कमेटियों से समन्वय स्थापित कर ओवर हाइट ताजिया के निर्माण व उनके जुलूस में शामिल कराने पर पाबन्दी के सम्बन्ध में सहमति बनने पर रहेगा जोर
गोंडा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा के निर्देश पर मोहर्रम त्यौहार के दौरान विद्युतजनित घटनाओं से बचाव के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया है। इस समिति की अध्यक्षता अपर जिला मजिस्ट्रेट (वित्त एवं राजस्व) द्वारा की जाएगी और इसमें अपर पुलिस अधीक्षक, नगर मजिस्ट्रेट और अधीक्षण अभियंता, विद्युत वितरण मण्डल, गोंडा भी शामिल हैं।
समिति का मुख्य उद्देश्य ताजिया कमेटियों के साथ समन्वय स्थापित कर ओवर हाइट ताजिया के निर्माण और उनके जुलूस में शामिल करने पर प्रतिबंध लगाने के लिए सहमति बनाना है। यह कदम भविष्य में मोहर्रम त्यौहार के दौरान विद्युतजनित घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया है।
बीते दिनों मोहर्रम के दौरान ताजिया जुलूस के समय हुई दुर्घटनाओं के कारण जिला प्रशासन ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। विद्युत सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ताजिया के ऊंचाई और उनकी मार्ग योजना पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। समिति यह सुनिश्चित करेगी कि ताजिया का निर्माण और उनका जुलूस तय मानकों के अनुरूप हो, जिससे विद्युत तारों और अन्य विद्युत उपकरणों से टकराव की संभावना न हो।जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा, “यह कदम जिले की सुरक्षा और त्योहारों के शांति पूर्वक आयोजन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हम चाहते हैं कि मोहर्रम के दौरान सभी धार्मिक आयोजन सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हों। समिति का उद्देश्य संबंधित ताजिया कमेटियों के साथ मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठाना है।जिला प्रशासन का यह कदम आगामी त्योहारों को सुरक्षित और सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। प्रशासन ने जनता से भी अपील की है कि वे प्रशासन के साथ सहयोग करें और किसी भी संभावित विद्युतजनित खतरे की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। इससे न केवल दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा, बल्कि त्योहारों का उल्लास भी बना रहेगा।