13 लाख खर्च कर तैयार की अधूरी गौशाला, दो साल बाद भी पूरा नहीं हो सका काम
सरकार के मंसूबों पर फिरा पानी, लाखों खर्च के बावजूद बाहर घूम रहे छुट्टा जानवर
*सारांश*
गौवंश को संरक्षण देने के लिए शासन द्वारा गौशालाओं का निर्माण कराया गया।दो साल पहले विशुनपुर संगम में गौशाला को स्वीकृति मिली। जिम्मेदारों के दावे पर यकीन करें, तो 22 लाख में से 13 लाख रुपए खर्च भी हो गए।लेकिन गौशाला अभी भी बनकर तैयार नहीं हुआ।ऐसे में गौशाला अनुपयोगी साबित हो रही है और गौवंश सड़कों पर आवारा घूम रहे हैं।गौ-संरक्षण के नाम पर रुपए खर्च कर दिए लेकिन नतीजा सिर्फ शून्य है।
*विस्तार*
इटियाथोक,गोंडा। जिले के इटियाथोक विकास खंड के ग्राम पंचायत बिशनपुर संगम में गौशाला का निर्माण कर गौवंश को रखा जाना था,लेकिन अधूरी पड़ी गौशाला से गौवंश को सहारा नहीं मिल पा रहा है।इतना ही नहीं गौशाला का निर्माण अधूरा छोड़कर आधे से ज्यादा राशि का आहरण कर लिया गया है। बता दें कि मनरेगा के तहत 22 लाख रुपए खर्च कर गौशाला का निर्माण कराया जाना था।लेकिन दो वर्ष होने के बाद भी गौशाला में अब तक एक भी गौवंश को ठिकाना नहीं मिल सका है।टीन शेड का काम अभी अधूरा पड़ा है, बिजली फिटिंग का काम अभी तक नहीं हुआ है, गोवंश को पीने के लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं है,गौशाला का भवन भले ही बनकर तैयार हो गया है, लेकिन उसमें बिजली फिटिंग नहीं कराई गई है।अधूरे काम होने के बाद भी काफी धनराशि का आहरण कर लिया गया।भूसा रखने के लिए बनाए गए गोदाम की दीवार में दरारें आने लगी हैं। गौशाला के चारों तरफ तारबंदी नहीं किया गया है।बावजूद इसके जिम्मेदारों ने इसकी सुध नहीं ली।यही कारण है कि इतनी राशि आहरण होने के बाद भी गौशाला अधूरी है।
*जिम्मेदार के बोल*
खंड विकास अधिकारी अभय सिंह का कहना है इसको दिखवाकर जो भी काम अधूरा है उसे पूरा कराने के लिए संबंधित को बोलता हूं। पंचायत सचिव दिलीप कुमार उपाध्याय ने बताया कि इसी माह गौशाला को चालू कराने का प्रयास किया जाएगा।