प्रतिबंध हरे पेड़ों का हो रहा कटान, अधिकारी बन रहे अंजान
विभागीय अधिकारियों के संरक्षण में फल फूल रहा, प्रतिबंधित पेड़ों के कटान का अवैध धंधा

इटियाथोक,गोंडा। शासन से लेकर प्रशासन तक पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण कराने का प्रयास किया जा रहा है।वहीं, कुछ लोग धड़ल्ले से बिना किसी डर के हरे फल व छायादार पेड़ों का कटान कर रहे है और उन्हें वाहन में भरकर आरा मशीनों पर ले जा रहे हैं।हरे पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अपनी आंखें बंद किए बैठे हैं।इटियाथोक थाना क्षेत्र में भी प्रतिबंधित पेड़ों का कटान अवैध रूप से किया जा रहा है, लेकिन सूचना के बाद भी वन विभाग के अधिकारी अंजान बने रहे।पर्यावरण को सुधारने व संतुलित बनाए रखने के लिए प्रत्येक वर्ष पर्यावरण दिवस मनाया जाता है।इस मौके पर आम जन के साथ ही सरकारी विभागों द्वारा सैकड़ों की संख्या में पौधरोपण किया जाता है।इसके लिए सरकार की ओर से करोड़ों रुपये खर्च हो जाते है, लेकिन इसके बाद भी कुछ लोग विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते बिना किसी रोक के हरे पेड़ों का कटान कर रहे है और जिम्मेदार अधिकारी अपनी आंखें बंद किए बैठे हैं।ऐसा ही एक मामला इटियाथोक कस्बे में सोमवार की देर शाम देखने को मिला।प्रतिबंधित गूलर की लकड़ी को एक ठेकेदार द्वारा ट्रैक्टर ट्राली पर लाद कर आरा मशीन पर ले जाया जा रहा था।कुछ लोगों ने वन विभाग को मामले की सूचना दी।सूचना पर पहुंचे वन विभाग के दो कर्मचारियों ने प्रतिबंधित लकड़ी लदे ट्रैक्टर ट्राली को गोंडा-बलरामपुर मार्ग स्थित बिसुही नदी पुल के पास रोक लिया।लेकिन बड़े हैरत की बात है कुछ देर बाद लकड़ी लदे वाहन को बिना किसी कार्रवाई के छोड़ दिया गया। बता दें, जहां सरकार पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए पेड़ लगवा रही है वहीं पर्यावरण के कुछ दुश्मन हरियाली को मिटाने पर लगे हैं।ऐसा ही कुछ ठेकेदार और विभाग के कर्मचारी आपस में सांठ-गांठ कर चंद पैसों के लालच में हरियाली को मिटाने पर तुले हैं। इस संदर्भ में वन क्षेत्राधिकारी जेपी गुप्ता का कहना है,कि मामले को दिखवा रहे हैं।