इटियाथोक,गोंडा। तेंदुए का नाम सुनकर ही लोग खौफ में डूब जाते हैं और कहीं वास्तव में तेंदुआ दिख जाए तो समझ सकते हैं कि क्या हाल होता होगा। कुछ ऐसा ही हाल है मौजूदा समय में इटियाथोक थाना क्षेत्र के गांव करुवा पारा व बेंदुली समेत कई गांव का जहां तेंदुआ दहशत बन गया है।वह कई बार नहर के पास की झाड़ियों में देखा गया है।इससे ग्रामीण दहशत में हैं, लेकिन वन विभाग अलग ही राग अलाप रहा है।शुक्रवार को भी तेंदुए को ग्रामीणों ने देखने की बात कही है।वहीं वन विभाग तेंदुए को पकड़ने की कोशिश करने के बजाय उसे जंगली बिल्ली बताने में लगा है।आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर जानवर को पकड़ने की मांग की है।
*करुवा पारा गांव के आस-पास बार-बार दिखता रहा है हिंसक जानवर*
इटियाथोक-खरगूपुर मार्ग स्थित बेंदुली गांव के आस-पास कई बार तेंदुआ देखा जा चुका है। 12 मार्च को इसके हमले से करुवा पारा गांव के मंशाराम नाई (55) पुत्र राम रसिया घायल हो गए थे।उसी दिन से लोग शाम होते ही खेती-बारी से घर लौटकर खुद को कैद करने पर विवश हैं।वहीं वन दरोगा सुभाष यादव जानवर को तेंदुआ मानने से इन्कार कर रहे हैं। उनका कहना है कि मौके पर फुट मार्क नहीं मिले हैं। कुंआनां रेंज के वन क्षेत्राधिकारी जेपी गुप्त का दावा है कि कुछ लोग जंगली बिल्ली की फोटो खींचकर उसे तेंदुए की बताकर वायरल कर रहे हैं।इससे लोग डर रहे हैं। इसके बाद भी विभाग जानवर की टोह लेने में लगा है, ताकि लोगों का डर दूर किया जा सके।ग्रामीण रामप्रसाद दूबे,सुनील,सतीश,सचिन,निरंकार,अवधेश पांडे,पप्पू,वकील दूबे,हर्षित व बालक राम आदि का कहना है कि विभाग को कांबिंग करनी चाहिए,न कि बयानबाजी। जो भी जानवर हो वह पकड़ा जाए।