बाढ़ से पूर्व आपदा प्रबंधन ने बाढ़ से बचाव के लिये नदी के तटीय गांव वालों को प्रशिक्षित कर जागरूक किया
बाढ़ में जानहानि से बचाव के लिए किया जागरूक
बाढ़ से पूर्व आपदा प्रबंधन ने बाढ़ से बचाव के लिये नदी के तटीय गांव वालों को प्रशिक्षित कर जागरूक किया
गोंडा में प्रत्येक वर्ष घाघरा नदी में आने वाली बाढ़ से करोड़ों रुपए की फसल नदी के बाढ़ में के भेंट चढ़ जाती है। वही फसलों के लिये उपजाऊ भूमि, मकान स्कूल बाढ़ के जद में आकर नदी की धारा में समा गए हैं। कई बार तो नदी में आई विकराल बाढ़ से नदी के किनारे बनाए गए बांध भी नदी के धारा में साथ बह गए।जिससे सैकड़ो गांवो में पानी घुस गया। नदी के बाढ़ से गांव-गांव टापू बन गए, सड़कों पर वाहनों की जगह नाव चलने लगी,सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई पुलों के ऊपर से नदी बहने लगी। लेकिन कुछ वर्षों से बाढ़ के पूर्व ही जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन की बैठक कर लोगों को प्रशिक्षित किया गया और बाढ़ आने पर जानहानि न हो इसके बचाव के लिए जागरूक किया गया।
आज जिला प्रशासन ने जिला अधिकारी की अध्यक्षता में प्रशिक्षण का आयोजन किया जिसमें बाढ़ से बचाव के लिये नदी के किनारे के गांव में रहने वाले लोगों को बाढ़ से बचाव के लिए प्रशिक्षित किया गया।