कब आये और कब चले गए लोकसभा गोण्डा से सम्भावित प्रत्याशी राकेश वर्मा
पिता की तरह जीतना अब आसान नही,पिता बेनी वर्मा जी कद्दावर नेता थे,इनमें वो गुण होना सम्भव नही
कब आये और कब चले गए लोकसभा गोण्डा से सम्भावित प्रत्याशी राकेश वर्मा
पिता की तरह जीतना अब आसान नही,पिता बेनी वर्मा जी कद्दावर नेता थे,इनमें वो गुण होना सम्भव नही
गोण्डा से आने वाले लोक सभा से सम्भावित प्रत्यासी के रूप में माने जाते है पूर्व केंद्रीय इस्पात मंत्री स्वर्गीय बेनी प्रसाद के
पुत्र पूर्व कारागार मंत्री राकेश वर्मा लोक सभा गोण्डा क्षेत्र में आते और कब चले जाते ये लोगो को दो दिन के बाद जानकारी होता है जब जिसके घर व उत्सव में आते और वो फोटो फेस बुक पर वायरल करता है।
हलांकि गोण्डा लोक सभी कुर्मी बाहुल्य है जो किसी भी प्रत्यासी को हराने जिताने का माद्दा रखता है। वही राकेश वर्मा जी इसी गलत फहमी में है कि वो क्षेत्र में आये या न आये चुनाव के समय आकर लोगो के दिलो पर राज करेंगे। अभी
चुनाव नही लोगो का फोन उठाना मुनासिब नही समझते है वो समझ रहे है यहां के कुछ जनप्रतिनिधि फोन नही उठाते,फोन उठाते भी है तो जनप्रतिनिधि के जनप्रतिनिधि फोन उठाते है।
बताते चले जैसा कि लोगो का कहना है कि स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा को यहां लोग सम्मान देते हुए बाबू जी भी कहते है।और आज भी उन्हें लोग याद करते है लोगो का मानना है जितना समय गोण्डा को बाबू जी देते थे उतना समय के गोण्डा के स्थानीय सांसद नही देते है।