जल्द ही महिलाओं के हाथ में होगी ई-रिक्शे की बागडोर
पहले चरण में 250 महिलाओं को ई-रिक्शा उपलब्ध करवाकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाए जाने की है योजना
इटियाथोक,गोंडा।कस्बा सहित जिले के मुख्य मार्गों पर जल्द ही महिलाएं पिंक ई-रिक्शा चलाती दिखेंगी। पहले चरण में जिले की 250 महिलाओं को ई-रिक्शा उपलब्ध करवाकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाएगा।योजना के तहत लाभान्वित होने के लिए इटियाथोक विकासखंड अंतर्गत इटियाथोक ग्राम पंचायत के सीआरपी मेमोरियल कॉन्वेंट स्कूल परिसर में कैंप के माध्यम से जागरूक करने की प्रक्रिया चल रही है। सहयोगी राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि अब तक 70 महिलाएं ई-रिक्शा के लिए आवेदन कर चुकी हैं। सरकार की तरफ से मिशन शक्ति के तहत शहरी और ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए कवायद तेज हो गई है।मिशन शक्ति के तहत उद्योग विभाग की ओर से स्वरोजगार उन्मुख ई-रिक्शा प्रशिक्षण योजना शुरू की है।इसके तहत 18 से 40 वर्ष की आयु वर्ग की 250 महिलाओं को नि:शुल्क ड्राइविंग सिखाई जाएगी और लाइसेंस बनवाया जाएगा।इसके बाद महिलाओं को मुख्यमंत्री रोजगार योजना के तहत ई-रिक्शा खरीदने के लिए ऋण दिलाया जाएगा।लिए गए ऋण पर महिलाओं को 25 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। ट्रेनर उत्कर्ष सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत कर दी गई है।महिलाओं को 25-25 के बैच में प्रशिक्षण दिया जाएगा।उन्हें गुलाबी रंग के ई-रिक्शे उपलब्ध कराए जाएंगे।चयनित महिलाओं को महज दस हजार रुपये की पूंजी में पिंक ई-रिक्शा उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं, 25 प्रतिशत की सब्सिडी भी दी जाएगी। इसका उद्देश्य पिछड़ी, बेरोजगार व निराश्रित महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।शेष दत्त शुक्ल, राकेश चतुर्वेदी, संदीप, मनोज वर्मा आदि मौजूद रहे।