अधिकार व कर्त्तव्य एक दुसरे के पूरक हैं,मतदान अवश्य करे
छ: दिवसीय स्थापत्य एवं ज्ञान यज्ञ का आज चौथा दिन
अधिकार व कर्त्तव्य एक दुसरे के पूरक हैं,मतदान अवश्य करे
छ: दिवसीय स्थापत्य एवं ज्ञान यज्ञ का आज चौथा दिन
गोण्डा।बजाज हिन्दुस्थान शुगर मिल, इकाई कुन्दरखी में चल रहे छ: दिवसीय स्थापत्य एवं ज्ञान यज्ञ का आज चौथा दिन रहा. आज के उदबोधन में आचार्य श्री सुशील बलूनी जी ने अपने कर्तव्यों के निर्वहन पर बल दिया. आचार्य जी ने कहा कि अधिकार से पूर्व कर्तव्यों का निर्वहन वहां जरुरी है. राम का चरित्र हमे राष्ट्र के लिए सर्वस्व समर्पण सिखाता है. यदि भगवन श्री राम, राष्ट्र रक्षण के लिए चौदह वर्ष का वनवास स्वीकार कर सकते हैं तो क्या मैं और आप मतदान जैसे छोटे से कर्त्तव्य का निर्वहन क्यों नहीं कर सकते. यदि हम सजग होकर अपने जनप्रतिनिधित्व को चुनने के लिए अनिवार्य रूप से मत प्रयोग नहीं करते तो ये भी अपराध है जिसकी सजा हमे अगले पांच वर्ष के लिए भुगतनी होती है.
आचार्य बलूनी जी ने विस्तार पूर्वक नव ग्रहों, उनसे जुड़े अंकों, देवों तथा ज्योतिष के मर्म को विस्तार पूर्वक समझाते हुए बताया की ये विषय मात्र भविष्य को बताने का नहीं अपितु काल गणना व भविष्य निर्माण का भी है.
आचार्य बलूनी जी ने आज के अपने उदबोधन में व्यक्ति के नाम का महत्व, उसके अंक और अंक से जुड़े ग्रह उसको किस प्रकार प्रभावित करते हैं, इस विषय पर बड़े विस्तार से चर्चा की. उनके अनुसार न तो कोई ग्रह ख़राब है ना हीं अच्छा. ग्रह की प्रकृति के अनुसार अपना व्यवसाय चुनकर आगे चलकर एक सफल भाग्य का निर्माण किया जा सकता है.
कथा के चौथे दिन भारी संख्या में आस-पास के कृषकों, व्यापारिक बुद्धजीवियों व संतो सहित प्रशासन से जुड़े लोगों ने पूरी तन्मयता से कथा में भाग लिया. सायं छ: कथा पूर्ण होने पर सुन्दर संगीतमय आरती व प्रसाद वितरण कार्यक्रम रखा गया.
चौथे दिन की कथा में श्री आर.बी. राम जी, उप गन्ना आयुक्त, देवीपाटन मण्डल, गोंडा, व वरिष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक, गोंडा मुख्य अतिथि रहे तथा अनेक गणमान्य कृषकों श्री देवी प्रसाद शुक्ला (ग्राम तरबगंज), श्री राजनारायण मिश्र (ग्राम तरबगंज), श्री जय प्रकाश पाण्डेय (ग्राम ढोढेपुर), श्री ठाकुर प्रसाद (ग्राम नवाबगंज), श्री रविशंकर सिंह (ग्राम नवाबगंज), श्री राकेश सिंह (ग्राम उदवतनगर), श्री लल्लन ओझा (ग्राम नवाबगंज), श्री कमल बहादुर सिंह (ग्राम नवाबगंज), श्री राकेश कुमार पाण्डेय (ग्राम खजुरी), श्री राघवेन्द्र शुक्ला (ग्राम तरबगंज), श्री सोनू सिंह (ग्राम मधईपुर), श्री विरेंद्र् सिंह (ग्राम मधईपुर), श्री संतराम शुक्ला (ग्राम मधईपुर), श्री इश्वर प्रताप सिंह (ग्राम कोहोबा), श्री राम कुमार सिंह (ग्राम सेमरीकला), श्री रिंकू सिंह (ग्राम उमरिबेगमज), श्री राम अचल (ग्राम उमरिबेगमज), श्री प्रवीण सिंह (ग्राम उदवतनगर), श्री दिलीप कुमार सिंह (ग्राम उदवतनगर) बलवीर सिंह (ग्राम जबरनगर) श्री विद्यापाल सिंह इत्यादि ने भी कथा श्रवण की, जिनका व्यासपीठ से स्वागत किया गया।