संत उमाकांत के नामदान व सत्संग में जुटे हजारों श्रद्धालु
बाबा जय गुरुदेव के उत्तराधिकारी हैं संत उमाकांत
इटियाथोक,गोंडा। विकासखंड अंतर्गत जय गुरुदेव नगर गोंडा बलरामपुर मार्ग स्थित बाबा जय गुरुदेव के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी संत उमाकांत जी महाराज के दो दिवसीय सत्संग एवं नामदान कार्यक्रम में रविवार को लगभग 50 हजार श्रद्धालु सम्मिलित होकर सत्संग एवं नामदान कार्यक्रम का लाभ उठाया। बाबा उमाकांत जी महाराज ने कहा,कि जो सत्य है आज लोग उसी को भूल रहे हैं। एक तो प्रभु सत्य है, और दूसरी मौत।यह दोनों ही सत्य है।लोग दुनिया की चीजों को ही इकट्ठा करने में लगे हुए हैं।कदाचित यह भूल जाते हैं, कि जो पैदा होने से पहले ही मां के स्तन में दूध भर देता है, देता वह है, खिलाता वह है, सोचता है कि मेरे बिना कैसे हैं कल चलेगा, किसी के बिना काम रुकता है? अर्थात सत्य चलता रहता है।
बाबा उमाकांत जी महाराज ने कहा,कि मोक्ष का रास्ता केवल मनुष्य शरीर में ही है। बाकी किसी भी शरीर में नहीं। सभी योनियों के जीव व देवता भी मनुष्य शरीर के लिए तरसते रहते हैं।प्रभु प्राप्ति का गोपनीय रास्ता हमारे गुरु महाराज बाबा जय गुरुदेव जी महाराज देते थे और जाने से पूर्व मुझे आदेश करके गए थे, इसलिए मैं भी दे देता हूं।उन्होंने कहा कि मांसाहार व नशे की प्रवृत्ति को छोड़ना होगा। मांस मछली अंडा व शराब जैसी सभी नशीली चीजों के सेवन जिससे विवेक खत्म हो जाए उसे बचना होगा।जीव हत्या बहुत बड़ा पाप है, इससे बचना चाहिए। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सत्संग स्थल पर अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज, क्षेत्राधिकारी सदर शिल्पा वर्मा व प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार त्रिगुणायक पहुंचे। इस दौरान देवीपाटन मंडल के चारों जिलों सहित देश के विभिन्न स्थानों से आए हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे।