विशनपुर माफी गौशाला में जिम्मेदारों की लापरवाही का दंश झेल रहे बेजुबान
गौशाला में अव्यवस्थाओं का बोलबाला
इटियाथोक,गोंडा।एक ऐसी भी गौशाला जहां न बिजली है ना पानी बाउंड्री वॉल भी नहीं चौकीदार भुखमरी के कगार पर फिर भी गौशाला का संचालन किया जा रहा है।यह नजारा कहीं और का नहीं बल्कि विकासखंड इटियाथोक के ग्राम पंचायत विशुनपुर माफी का है।योगी सरकार किसानों को छुट्टा जानवरों से निजात दिलाने के लिए विकासखंड के कई ग्राम पंचायतों में स्थाई व अस्थाई गौशाला का आधा अधूरा निर्माण कराया गया है।अधिकांश गौशाला मवेशियों की कब्रगाह बन चुकी है।कारण यहां जानवरों के लिए समुचित प्रबंध नहीं है।ग्राम पंचायत विशुनपुर माफी में बाउंड्री वाल ना होने के कारण अधिकांश मवेशी आस-पास के गांव के किसानों की फसल को चट कर जाते हैं।इस गौशाला में जानवरों को पानी पिलाने के लिए सबमर्सिबल नहीं है।जिसका मुख्य कारण बिजली का अभाव बताया जा रहा है।जिससे गौशाला में जानवर बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं।
इस गौशाला के चौकीदार राम चंदन ने बताया कि गौशाला में 65 गोवंश मौजूद हैं।नवंबर का महीना आधा बीत चुका है, ठंड की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन अभी तक जानवरों को ठंड से बचाने के कोई उपाय नहीं किए गए हैं।बाउंड्री वाल न होने के कारण गौशाला से जानवर इधर उधर जाकर किसानों का खेत चर रहे हैं।जिससे किसान यहां आकर बवाल करते हैं।चार माह हो गए मुझे वेतन नहीं मिला है।यदि बाउंड्री वाल, बिजली,पानी की समुचित व्यवस्था ना कराई गई तो यहां काम करना मुश्किल हो जाएगा। सबसे खास बात यह है कि विकासखंड क्षेत्र में इतनी गौशाला होने के बाद भी छुट्टा जानवरों से किसान पूरी तरह से पस्त हो चुका है।यही नहीं ये जानवर लोगों की जान के दुश्मन बन चुके हैं।इनकी वजह से लोग आए दिन दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं।हालांकि,जिला प्रशासन इन जानवरों से किसानों को मुक्ति दिलाने के लिए कई बार डेडलाइन निर्धारित कर चुका है।फिर भी कस्बा से लेकर ग्रामीण अंचलों में किसानों के खेतों को चट करते जानवर किसी भी समय देखे जा सकते हैं।
*जिम्मेदार के बोल*
सहायक विकास अधिकारी पंचायत परमात्मा दीन का कहना है,कि ब्लॉक क्षेत्र में कुल पांच गौशालाएं संचालित हैं।ग्राम पंचायत बिशनपुर माफी के गौशाला का प्रकरण मेरे संज्ञान में नहीं है।लेकिन यदि ऐसा है। तो उसकी जांच कराई जाएगी।सारी चीजों की जांच कराने के बाद समस्या का समाधान कराया जाएगा।