प्रतियोगिताओं से जन्मती है जीतने की ललक: शिक्षक मनोज मिश्र
दीपावली पर दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन
इटियाथोक,गोंडा। विकासखंड की अहिरौलिया पंचायत के मजरे भीखम पुरवा गांव निवासी शिक्षक मनोज मिश्र की ओर से सोमवार को दौड़ प्रतियोगिता कराई गई।जिसमें गांव के 5 से 12 वर्ष के बच्चों ने हिस्सा लिया।प्रतियोगिता का शुभारंभ गूगल गर्ल अंशिका मिश्रा ने किया। समापन पर बच्चों को पुरस्कार वितरित किए गए।
भीखम पुरवा गांव में आयोजित दीपावली महोत्सव में बच्चे और उनके स्वजन शामिल हुए।बच्चों के लिए समाजसेवी मनोज मिश्र ने दौड़ प्रतियोगिता कराई। श्री मिश्र ने कहा,कि खेलकूद बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी है।प्रतियोगिताओं से जीतने की ललक जन्म लेती है।उन्होंने कहा,कि खेल प्रतियोगिताओं में नौनिहालों का प्रदर्शन तारीफ के काबिल है।इसे और निखारने के लिए प्रयास किए जाएंगे।कहा,कि खाली समय में रचनात्मक करने से कुछ नया सीखने को मिलता है।ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों का हौंसला बढ़ता है।
मोनिका व दुर्गेश ने लगाई सबसे तेज दौड़
भीखम पुरवा गांव में सोमवार को दौड़ प्रतियोगिता कराई गई।जिसका उद्घाटन मनोज मिश्र की पुत्री गूगल गर्ल अंशिका मिश्रा ने फीता काटकर किया।
इस दौरान 100 मीटर बालक वर्ग के दौड़ में करियक पुरवा गांव के दुर्गेश वर्मा व बालिका वर्ग के दौड़ में बरगदही गांव की मोनिका को प्रथम पुरस्कार साइकिल देकर सम्मानित किया गया।वहीं श्रद्धा,रिया, राजवीर व मोहम्मद अरशद को स्कूल बैग देकर पुरस्कृत किया गया।
*बुजुर्गों के साथ बांटी खुशियां*
समाजसेवी व शिक्षक मनोज मिश्र ने सोमवार को गांव के बुजुर्गों के बीच जाकर उनके साथ खुशियां बांटी।बुजुर्गों के बीच गरम कपड़ा और कंबल के साथ रोजाना इस्तेमाल होने वाली जरूरत की सामग्री व खाद्य सामग्री का वितरण भी किया।दिवाली की मुबारकबाद देते हुए उन्होंने कहा,कि दिवाली प्रकाश का पर्व है और पूरे देश में धार्मिक उत्साह से मनाया जाता है।उन्होंने कहा कि जैसे हम सभी दिवाली को बहुत धूमधाम से मनाते हैं, वैसे ही विशेष जरूरतों वाले बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान भी हमें रखना चाहिए।यदि हम अपना कुछ समय इन बच्चों और बुजुर्गों के साथ गुजारेंगे तो इनकी खुशियां दोगुनी हो जाएंगी, यह हमारे समाज का एक प्रमुख हिस्सा है। श्री मिश्र कहा, कि सोंच बदलो परिवर्तन होगा।