पीड़ित ने पुलिस की कार्य प्रणाली पर उठाए सवाल,गाली देकर भगाने का लगाया आरोप
पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी से प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है
इटियाथोक,गोंडा। यूं तो स्थानीय पुलिस किसी न किसी मामले को लेकर सुर्खियों में रहती है।यहां की पुलिस लोगों के साथ मित्रता निभा रही है या फिर दोहरा मापदंड अपना रही है,इस बात का जीता जागता उदाहरण शिकायतकर्ताओं द्वारा आए दिन लगाए जा रहे आरोपों से ही प्रमाणित हो जाता है।अब पुलिस अधिकारियों को समझना होगा कि मित्र पुलिस होने का दावा आखिर अधिकारी किसके लिए करते हैं, पब्लिक के लिए या फिर किसी और के लिए। ताजा मामला इटियाथोक थाना क्षेत्र के गांव बेल भरिया से जुड़ा है।गांव निवासी दलित संतराम ने स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए गाली गलौज देकर थाने से भगाने का आरोप लगाया है। संतराम के अनुसार उसकी करोड़ो की भूमि कुछ लोगों द्वारा जालसाजी कर पीड़ित के पिता को दवा कराने के बहाने बैनामा करा लिया गया।
संतराम ने एक प्रार्थना पत्र पुलिस अधीक्षक, जिला अधिकारी को देकर न्याय की गुहार लगाई है।संतराम द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया गया है की राज नरायन ने पिता बाबू राम 70 वर्ष जिनका दिमागी संतुलन ठीक नहीं है को ले जाकर राम गोपाल के नाम जाल साजी कर 3 करोड़ रुपये की भूमि बैनामा करा लिया है पिता को दवा कराने के बहाने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दवा कराने के बहाने रजिस्ट्री आफिस में भूमि को बैनामा करा लिया।जब घर वालों को जानकारी हुई की राजनरायन के साथ पिताजी गए हैं तो उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पता किया तो वहां कोई नहीं था, इसके बाद शाम को पिताजी के घर वापस आने पर उनके अंगूठे में स्याही का निशान था, जिसको देखकर हड़कंप मच गया, इस बात की जानकारी बेलभरिया ग्राम के ग्राम प्रधान को पीड़ितों ने दिया को ग्राम प्रधान द्वारा रजिस्ट्री ऑफिस से जानकारी किया तो पता चला की करोड़ो की भूमि राम गोपाल के नाम बैनामा कर दिया है। जब इसकी शिकायत करने सन्त राम थाने गया तो थाना अध्यक्ष ने कहा कि यह मामला अब यहां का नहीं है न्यायालय का है आप न्यायालय से मुकदमा दर्ज कराए और बैनामा निरस्तीकरण के लिए कार्रवाई करें। संतराम रजिस्ट्री ऑफिस में भी आपत्ति लगाई गई और निरस्तीकरण के लिए मुकदमा किया गया जिसकी रिपोर्ट भी उसके द्वारा दाखिल खारिज न होने के लिए तहसील न्यायालय पर आवेदन किया, लेकिन न्यायालय द्वारा आपत्ति होने के बावजूद अवैध रूप से जमीन का दाखिल खारिज कर दिया।यह मामला चल ही रहा था कि विपक्षी गणों ने संतराम के लह लहाती फसल में कोई दवा छिड़क दी जिसे सन्त राम ने छिड़कते हुए देख लिया और विपक्षियों से विरोध किया कि मेरे खेत मे ये क्या कर रहे हो, तो विपक्षियों ने कहा यह दवा का छिड़काव कर रहे हैं जिससे तुम्हारी फसल सूख जाएगी और यदि पास आते हो तो मारपीट कर हत्या कर दी जाएगी। जिसकी जानकारी देने के लिए तहरीर लेकर वह इटियाथोक थाने गया तो थाना अध्यक्ष ने बिना कोई बात सुने उसे गाली देते हुए भगा दिया कहा कि जब तुम्हारे पिताजी ने बैनामा कर दिया है तो उस जमीन से तुम्हारा कोई मतलब सरोकार नहीं है संतराम द्वारा बार-बार कहा जाता रहा कि उनके द्वारा बैनामा फर्जी कूट रचित करके कराया गया है जिसका मुकदमा न्यायालय में चल रहा है लेकिन थाना अध्यक्ष कोई बात सुनने को राजी नहीं हुए।