इंडियन आयल कॉरपोरेशन लिमिटेड गोंडा व भारत पैट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड गोंडा के समस्त चालक व परिचालक हड़ताल पर
काले कानून में सरकार या तो संशोधन करें या इसे वापस ले तभी हम समस्त चालक परिचालक पुनः कार्य करेंगे
इंडियन आयल कॉरपोरेशन लिमिटेड गोंडा व भारत पैट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड गोंडा के समस्त चालक व परिचालक दिनांक 1 जनवरी 2024 से आज दिनांक 2 जनवरी 2024 काले कानून के विरोध में समस्त टैंकर चक्का जाम हड़ताल में शामिल रहे और चालकों ने गृह मंत्री द्वारा बनाए गए कानून की घर भर तरसना की और चालकों ने कहा गृहमंत्री जी को ड्राइवर की परेशानी वह कितना वेतन पाते हैं यह कभी नहीं दिखाई पड़ा काला कानून एक पक्षीय है जो की दुर्घटना के बाद जो ड्राइवर मौके पर रुकता है उसे जानता पीठ पीठ कर मार डालती है इसके विषय में कभी ना तो प्रशासन ने ध्यान दिया और ना ही कोई मालिक ध्यान देता है यदि इसी तरह यह कानून वापस नहीं लिया गया या संशोधन नहीं किया गया तो हम समस्त चालक व परिचालक ड्राइवरी छोड़कर कोई अन्य काम करेंगे यदि हम लोगों के पास इतना पैसा होता 7 लाख और 10 लाख हम देने की स्थिति में होते तो हम ड्राइवरी क्यों करते करोड़ों कल में हम समस्त चालक परिचालक अपनी जान को जोखिम में लेते डालते हुए हम लोगों ने कार्य किया है और पूर्ण रूप से कभी भी कोई परेशानी नहीं आने दिया 24 घंटे ड्यूटी करने के बाद चालक को कहीं 5000 कहीं 6000 कहीं 10000 तक वेतन मिलता है यह कभी किसी सरकार को अथवा किसी प्रशासनिक अधिकारी ने नहीं संज्ञान में लिया गया और नासरकार ने कभी ड्राइवर के बारे में विचार किया आज की महंगाई में इतने वेतन में कैसे गृहस्ट चलती है चालक परिचालक की और कैसे उनके बच्चे पढ़ लिख कर आगे बढ़ेंगे ऐसी स्थिति में काले कानून में सरकार या तो संशोधन करें या इसे वापस ले तभी हम समस्त चालक परिचालक पुनः कार्य करेंगे नहीं तो सरकार अपना विकल्प ढूंढ ले हम समस्त चालक परिचालक अपनी गाड़ियां पेट्रोल पंप व डिपो पर खड़ी करके अपने-अपने घर जा रहे हैं जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी सरकार की है धन्यवाद