सफेद हाथी बनी पानी टंकी, शुद्ध पेयजल के लिए तरस रहे लोग
करोड़ों की लागत से बनी टंकी बनी सफेद हाथी
इटियाथोक,गोंडा। ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल देने के लिए विधायक व सांसद के अथक प्रयास से करोड़ों रुपये की लागत से बिहुरी व पूरे दतई ग्राम पंचायत के मध्य में सात साल पूर्व बनी पानी टंकी सफेद हाथी बनकर रह गई है।इस टंकी से दोनों पंचायत के दर्जनाधिक गांव के ग्रामीणों को एक बूंद भी शुद्ध पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।ग्रामीण काफी अरसे से पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं।उसके बाद भी विभाग के पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि कुंभकर्णी नींद में सोए हैं।वहीं देखभाल के अभाव में पानी टंकी धीरे-धीरे जर्जर होने के कगार पर है।बता दें कि वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव में सपा की लहर को ध्वस्त कर भाजपा का कमल खिला था।जनता को काफी उम्मीद थी, कि भाजपा के सांसद व विधायक बने हैं, तो उनके लिए शुद्ध पेयजल की समस्या खत्म हो जाएगी,लेकिन स्थिति जस की तस बनी रही।वर्ष 2022 में क्षेत्र की जनता ने पुन: फिर से भाजपा लहर को स्थापित किया।इतना सब कुछ होने बावजूद भी अब तक लोगों को पानी की आपूर्ति नहीं की जा सकी है।स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पानी टंकी से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करवाना एक चुनौती है।
*क्यों बंद है पानी टंकी*
पानी टंकी बनते ही सभी गांवों में पानी की आपूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाई गई।कार्य शुरू होते ही कुछ महीने बाद बिछी पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई, जिस कारण पेयजल की आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी।इस पर विभाग ने ध्यान नहीं दिया है।क्षतिग्रस्त पाइप लाइन आज भी जस की तस है। बताया जा रहा है, कि यहां किसी ऑपरेटर की तैनाती भी नहीं है।
*ग्रामीण क्या कहते हैं*
ग्रामीण प्रमोद पाठक, राकेश, कल्पनाथ सिंह, हनुमान, ज्ञानू जगदंबा प्रसाद आदि ने बताया कि इस पानी टंकी से ग्रामीणों को जो उम्मीद थी वह समाप्त हो गई है।पानी टंकी को निर्माण हुए सात साल से ऊपर हो गया, लेकिन तीन साल से ग्रामीणों को एक बूंद पानी नहीं मिला है।ग्राम पंचायत पूरे हांडा़ के प्रधान पति सत्यनारायण सिंह का कहना है पानी टंकी के लिए अलग से कोई फंड नहीं है।