Uncategorised
आसान नहीं गांव की डगर, बदहाल है संपर्क मार्ग
इटियाथोक विकासखंड में कई संपर्क मार्ग बदहाल

इटियाथोक,गोंडा। ग्राम पंचायत से लेकर लोकसभा तक के चुनाव में गांव की जर्जर सड़क प्रत्याशियों के लिए वोट बैंक साबित होती है।वादे होते हैं लेकिन चुनाव परिणाम आने के साथ ही सब भुला दिया जाता है।समस्या को पांच साल के लिए यूं ही छोड़ दिया जाता है, शायद यह सोचकर कि अगले चुनाव में फिर इसी बदहाली के बदले जनता वोट देगी।इटियाथोक ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बरडीहा के मार्ग की हालत राहगीरों के लिए मुसीबत बनी हुई है।बदहाल सड़क के निर्माण को लेकर जिम्मेदार बेखबर बने हुए हैं।ग्रामीणों ने बताया करीब दो किलोमीटर लंबे इस सड़क के निर्माण के लिए जनप्रतिनिधियों से कई बार अपील किया लेकिन कोई हल नहीं निकला।इस मार्ग से बरइन पुरवा, मुसद्दी पुरवा,धर्म मिश्र पुरवा, बरडीहा, कंकरहवा, गोगेपुरवा,सरहंसिया, रामसुख पुरवा, आनंद पुरवा,भोला पुरवा, पंडित पुरवा, निर्वाहन जोत, नवरंग पुरवा, समदा माफी सहित एक दर्जन से अधिक गांव के लोग आवागमन करते हैं। ग्रामीणों की मानें, तो सबसे अधिक मुसीबत बरसात में होती है क्योंकि हल्की सी बारिश होते ही सड़क पर जगह-जगह जलभराव व फिसलन हो जाती है।स्कूली बच्चों के लिए सबसे अधिक मुसीबत होती है।गांव की जनसंख्या के हिसाब से देखें तो तकरीबन चार हजार लोग इस मार्ग का उपयोग करते हैं।ग्रामीण शकील अहमद, राम चंदर वर्मा, बरसाती लाल पासवान, चंद्रबली,नंद कुमार, जमील अहमद, इकबाल अहमद, कादिर, आदि लोगों का कहना है, कि जनप्रतिनिधियों ने अब तक सिर्फ आश्वासन से काम चलाया है।सवाल यह है कि कब तक मूलभूत समस्याओं के नाम पर इस तरह आश्वासन देकर मुंह मोड़ा जाएगा।
बाबागंज मुख्य मार्ग से जुड़े कई संपर्क मार्ग खस्ताहाल
इटियाथोक-बाबागंज मुख्य मार्ग से जुड़े बहोरीपुर, परसिया से गोसेद्रपुर,गजाधर पुर व करमडीह कला से रुदापुर गांव को जाने वाले बदहाल संपर्क मार्गों पर जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसके चलते मार्गों का अस्तित्व न सिर्फ समाप्त हो रहा है, बल्कि इससे जुड़े दर्जनों गांव के लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।