पर्यटन के रूप में विकसित होगा पृथ्वी नाथ मंदिर परिक्षेत्र, विकास की योजना का खाका तैयार
विकास कार्यों को नवंबर तक पूरा करके आम जनमानस को समर्पित करने का संकल्प
खरगूपुर,गोंडा।अतीत की यादें संजोए हुए पौराणिक पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर अब पर्यटकों को भी लुभाएगा।मंदिर परिसर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए करीब दो करोड़ रुपये की परियोजना पर बहुत जल्द कार्य शुरू होने वाला है।
मंदिर के विकास के लिए प्रशासन की पहल पर 27 सदस्यों की समिति गठित की गई है।जिसकी निगरानी में मंदिर परिसर की चहारदीवारी,अमृत उद्यान,अमृत सरोवर,ओपन जिम,मिनी स्टेडियम,वालीबाल व बैडमिंटन नेट,पार्किंग स्थल,पार्क के अलावा सड़क किनारे दुकानों का निर्माण कराया जाएगा।
नवंबर तक कार्य पूरा करने का खाका तैयार
पिछले दिनों मुख्य राजस्व अधिकारी महेश प्रकाश की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें एसडीएम सदर विनोद कुमार सिंह, एसडीम तरबगंज भारत कुमार, एसडीएम करनैलगंज विशाल सिंह, अधिशासी अधिकारी खरगूपुर अमरनाथ राम मुख्य रूप से शामिल हुए।इनके मौजूदगी में 27 सदस्यीय टीम घोषित की गई। पृथ्वी नाथ मंदिर विकास सेवा समिति की बैठक में परिक्षेत्र की समृद्धि, पौराणिक विरासत के अनुरूप पर्यटन के उन्नयन के लिए धार्मिक सांस्कृतिक आध्यात्मिक एवं पौराणिक स्थापत्य संबंधी सुंदरीकरण व पर्यटकों को सुविधा को लेकर चर्चा की गई। उप जिलाधिकारी सदर वीके सिंह ने बताया,कि विकास कार्यों को नवंबर तक पूरा करके आम जनमानस को समर्पित करने का संकल्प लिया गया है।
हर सोमवार व शुक्रवार को लगता है मेला
खरगूपुर नगर पंचायत से तीन किलोमीटर दूर पश्चिम दिशा में स्थित प्राचीन पृथ्वीनाथ मंदिर स्थित है। इसमें स्थापित शिवलिंग काले कसौटी के पत्थर का है।किवदंतियों के अनुसार, पांडव पुत्र भीम ने द्वापरयुग में इस शिवलिंग की स्थापना की थी। इस मंदिर में एशिया का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित है।मंदिर के पुजारी जगदंबा प्रसाद तिवारी ने कहा कि हर सोमवार व शुक्रवार को मंदिर में मेला लगता है। जबकि, सावन मास और शिवरात्रि पर हजारों की संख्या में जिले व दूसरे क्षेत्रों से श्रद्धालु आते हैं। यह मंदिर पुरातत्व विभाग से संरक्षित है।