इटियाथोक,गोंडा।जनप्रतिनिधियों ने सड़क की स्वीकृति अपने दम पर कराने के लिए वाहवाही बटोरने में कोई कसर नहीं छोड़ा।इसके बावजूद समस्या जस की तस है ।ब्लॉक क्षेत्र की लाइफ लाइन कहे जाने वाले इटियाथोक से बाबागंज (श्रीनगर) मार्ग का 52.40 करोड़ की लागत से चौड़ीकरण होने के दावे किए जा रहे थे।अतिरिक्त जिला मार्ग में शामिल 20 किलोमीटर लंबी यह सड़क 12 माह में बनकर तैयार होने की बात कही जा रही थी,जो अभी तक परवान नहीं चढ़ सकी है। जिससे क्षेत्रीय लोगों में निराशा देखी जा रही है।इटियाथोक से बाबागंज मार्ग के चौड़ीकरण होने के बाद गोंडा-बलरामपुर राजमार्ग से और धानेपुर बाजार से यह सड़क सीधे जुड़ जाती। इससे धानेपुर से बलरामपुर जाने के लिए लोगों की राह आसान होती।फिलहाल,अभी तक इटियाथोक से धानेपुर जाने के लिए यह मार्ग मुफीद तो है, लेकिन जर्जर होने से लोग परेशान हैं।
यहां गड्ढों में गिरकर चोटिल हो रहे लोग
इटियाथोक रेलवे स्टेशन के बगल बाईपास मार्ग टूटकर गड्ढे में तब्दील हो चुका है और सड़क तालाब बन चुकी है।इन गड्ढों में आए दिन राहगीर गिरकर चोटिल हो रहे हैं।कई बार स्थानीय लोगों ने आवाज उठाई तो रेलवे के अफसरों ने उन्हें आश्वासन देकर शांत करा दिया।लोग इसी मार्ग से होकर ब्लॉक मुख्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, राजकीय पशु अस्पताल और बच्चे स्कूल जाते हैं।रेलवे अफसरों की यह मनमानी इस मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों पर भारी पड़ रही है।