घाघरा का जल स्तर घटा,गांवों के सड़को पर भरा पानी,20 से अधिक गांव बने टापू
तीस हजार की आबादी हुई बाढ़ से प्रभावित,28 बाढ़ चौकी एक्टिव,92 नावें तैनात

घाघरा का जल स्तर घटा,गांवों के सड़को पर भरा पानी,20 से अधिक गांव बने टापू
तीस हजार की आबादी हुई बाढ़ से प्रभावित,28 बाढ़ चौकी एक्टिव,92 नावें तैनात
गोण्डा।बैराजों से लगातार पानी छोड़े जाने के बाद घाघरा नदी खतरे के निशान से 39 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक 106.466 पर पहुंच गई है। जिससे नवाबगंज क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त ब्यौदामाझा दत्तनगर साकीपुर तुलसीपुर माझा दुर्गागंज जैतपुर माझा गांव के लगभग सभी मजरो के संपर्क मार्ग पर बाढ का पानी आ जाने से करीब 30,000 की आबादी प्रभावित हो गयी है।
जिससे नदी से सटे 20 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। कई गांव में पानी प्रवेश कर चुका है।
इन गांव में बाढ़ की त्रासदी शुरू हो गई है। इन गांव को हाई अलर्ट किया है। ग्रामीण सुरक्षित ठिकानों के लिए पलायन करने लगे है। हालांकि प्रशासन पानी से घिरे गांव के लोगों को बाढ़ किट सहित हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने का दावा कर रहा है।
प्रशासन ने इन गांवों के लोगों को बाहर निकलकर सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की है। बहुत से लोग बांधे व अन्य स्थानों पर पशुवों के साथ विस्थापित हो गया है। बुधवार की सुबह गिरजा बैराज से 164038 क्यूसेक शारदा बैराज से 146172 तथा सरयू बैराज से 2754 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया है। कुल मिलाकर 312964 क्यूसेक पानी बैराजों से छोड़ा गया है। खतरे के निशान से 62 सेंटीमीटर ऊपर बह रही घाघरा का जलस्तर बीते 24 घंटे में घटकर 39 सेंटीमीटर पर पहुंच गया है।
जलस्तर घटने से कटान तेज हो गई। दो तहसीलों के हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि फसल सहित नदी की धारा में समा गई है। अभी ग्रामीणों को गांव में पानी घुसने का इंतजार है।तरबगंज में ऐली-परसौली के तटबंध के किनारे और उमरीबेगमगंज के पास लोग शरण ले रहे हैं। वहीं, नवाबगंज में पटपरगंज के साथ ही कटरा-अयोध्या मार्ग के किनारे गांवों के लोग आ रहे हैं। सरयू के बढ़े जलस्तर से नदी व तटबंध के बीच के गांव नउवन पुरवा, परसावल, नैपुरा, माझा रायपुर पानी से चौतरफा घिर गए हैं। नवाबगंज क्षेत्र के दत्तनगर के बैसिया, पाड़ी, टाड़ी जिव रक्खन पुरवा आदि मजरों में नदी का पानी भर गया है। साथ ही साखीपुर, गोकुला, चौखड़िया, तुलसीपुर माझा, जैतपुर, माझाराठ में पूरी तरह पानी भर गया है।
प्रशासन ने भी स्वास्थ्य टीमों को सक्रिय कर दिया है। जिससे लोगों का परीक्षण कर दवाएं दी जा रही हैं। स्वास्थ्य केंद्रों पर चिक्तिसकों को भी निर्देश दिया गया है। कि दवाओं की कमी न रहने पाए।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि जनपद में तरबगंज तहसील के नवाबगंज क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति अधिक है। घाघरा नदी एल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान से 39 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। कल के मुकाबले आज जलस्तर घटा है। जलस्तर घटने के बाद घाघरा नदी में कटान तेज हो गई। उन्होंने कहा कि हमारी 28 बाढ़ चौकियां हैं। उन्हें अलर्ट मोड पर रखा गया। 92 नावे,गोता खोर बाढ़ क्षेत्र में लगाया गया है।