कायाकल्प से बदल रही परिषदीय स्कूलों की सूरत
कायाकल्प योजना के तहत परिषदीय स्कूलों को बनाया जा रहा हाईटेक
इटियाथोक,गोंडा। कायाकल्प योजना से अब परिषदीय विद्यालयों की तस्वीर सजी संवरी नजर आने लगी है।योजना के तहत विकासखंड में संचालित 158 विद्यालयों में निर्माण कार्य के साथ ही पठन पाठन के माहौल को भी बेहतर बनाने का कार्य तेजी के साथ पूरे किए जा रहे हैं।कुछ चंद मामले तो परिषदीय स्कूलों की बदल रही तस्वीर की बानगी मात्र हैं।जमीनी तौर पर इसका सीधा फायदा बदहाल दिखने वाले परिषदीय स्कूलों को साज सज्जा व रंगाई पुताई के साथ मुहैया हो रहे जरूरी संसाधनों के बतौर मिल रहा है।बेसिक शिक्षा विभाग के स्तर पर संचालित इस योजना के तहत स्कूलों में फर्नीचर, रंगाई पुताई, शौचालय, बिजली, वायरिंग, पेयजल, रैम्प सहित 19 मानकों से जुड़ी व्यवस्थाएं की गई है। ताकि यहां पर पढ़ने वाले नौनिहालों को बेहतर माहौल मिल सकें। इटियाथोक विकासखंड में 158 परिषदीय विद्यालयों में से करीब 40 स्कूलों में योजना के तहत निर्धारित कार्य पूर्ण हो चुके हैं।अन्य विद्यालयों में भी निर्धारित कार्य 80 फीसद तक पूर्ण किए जाने का दावा किया जा रहा है।संयुक्त खंड विकास अधिकारी रवि कुमार गुप्ता ने सभी विद्यालयों में पूरी गुणवत्ता के साथ अधूरे कार्यों को निर्धारित अवधि में ही पूरा कराए जाने का दावा किया है।वहीं सहायक विकास अधिकारी परमात्मा दीन का कहना है,कि कायाकल्प योजना के तहत परिषदीय विद्यालयों को बेहतर स्वरूप प्रदान किए जाने के लिए निगरानी विभागीय स्तर पर नियमित तौर से की जा रही है।
*बदल गई विद्यालय की सूरत*
ग्राम पंचायत अहिरौलिया के प्राथमिक विद्यालय भीखम पुरवा की सूरत बदल गई है।यहां पर बेहतर तरीके से रंगाई पुताई की गई है।कमरों को करीने से सजाया संवारा गया है।नौनिहालों के बैठने के लिए बेंच की व्यवस्था की गई है,ताकि यहां पर पढ़ने वाले नौनिहालों को अच्छा माहौल मिल सके।
*बच्चों को मिला पीने का पानी*
ग्राम पंचायत पारा सराय के प्राथमिक विद्यालय ज्वाला पुरवा को कायाकल्प के तहत अच्छी तरह से सजाया गया है। यहां पर विद्यालय का गेट लगवाकर कमरों की रंगाई पुताई की गई है।स्कूल में ही पौधरोपण किया गया है।साथ ही बच्चों के पीने के लिए पानी की समुचित व्यवस्था की गई है।
*शुरू हुआ स्मार्ट कक्षाओं का संचालन*
बीईओ उपेंद्र त्रिपाठी का कहना है, कि कायाकल्प योजना के तहत कराए गए कार्यों के बाद से इटियाथोक शिक्षा क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में पठन पाठन का माहौल काफी अच्छा हो गया है।बच्चे अब स्मार्ट कक्षाओं में पढ़ाई के साथ ही एक ही कक्ष में बैठकर साफ सुथरे माहौल में एमडीएम कर सकेंगे।