
इटियाथोक,गोंडा। गांव के भीतर संचालित कांजी हाउस के हालात बद से बद्तर हैं।इटियाथोक विकास खंड की ग्राम पंचायत बसालत पुर में आए दिन गोवंश मर रहे हैं।मंगलवार को भूख प्यास से तड़प कर एक गोवंश की मौत हो गई।इसके बावजूद जिम्मेदारों की नींद नहीं टूटी।इस कांजी हाउस में करीब 30 गोवंश हैं।गांव के लोगों का दबी जुबान में कहना है,कि मौके पर नियुक्त कर्मी कभी-कभी चारा देने आता है।बाकी दिनभर ताला बंद रहता है। यहां गोवंश बीमार हो जाएं तो कोई पूछने वाला नहीं है। बताया जाता है कि हर दूसरे-तीसरे दिन एक गोवंश की मौत हो रही है। जब गोवंश मरता है तो उसके शव को हटा दिया जाता है। मगर, बीमार जानवरों के इलाज की जहमत पशु चिकित्सक नहीं उठाते।साफ-सफाई तो होती ही नहीं है।बरसात में पूरे परिसर में गंदगी पसरी रहती है।इसी में गोवंश रहते हैं और बीमार हो जाते हैं।इसके बावजूद जिम्मेदारों की कुंभकर्णी नींद टूट नहीं रही है।
वहां चारा न पानी की व्यवस्था
ग्रामीणों ने बताया,कि कांजी हाउस में मवेशियों के लिए चारा-पानी देने के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है।पड़ताल के दौरान जानवरों के नाद में भूसा पानी कहीं भी नजर नहीं आया। माना जा रहा है कि भूख-प्यास व खुले आसमान के नीचे रखे जाने के कारण गाय की मौत हुई होगी।
