क्राइम

लाइन लास घोषित है फीडर,वर्षो से कनेक्शन पर चल रही ब्रेकरी फैक्ट्री

विद्युत आभाव में किसान पम्पिंग सेट से कर रहे सिंचाई

गोंडा । क्षेत्र का ढेमवा फीडर लाइन लास भले घोषित है किन्तु इसके सुधार के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाये गए।क्षेत्र के तुलसीपुर माझा में तैयब अली के यहां सालो से ब्रेकरी फैक्ट्री चल रही है जहाँ भारी मात्रा में विद्युत चोरी की जा रही है. किन्तु मौके पर जाँच करने के बाद भी अवर अभियंता ने न तो कार्यवाही की न ही कनेक्शन जारी किया. दत्तनगर में रामकेश यादव का चक्की का कनेक्शन पावर के बजाय कमरशियल में रिलीज कर दिया गया.
महंगूपुर मोड़ पर रामबाबू के चक्की का कनेक्शन अब तक नहीं जारी हुआ जबकि उपभोकता 2 माह से चक्की चला रहा है. एकसईन के जाँच पर वहां सिर्फ मीटर लगा दिया किन्तु कनेक्शन नहीं रिलीज हुआ. ये तो एक बानगी है. ऐसे नहीं जाने कितने मामले क्षेत्र में सक्रिय हैं किन्तु ज़ब जिम्मेदार पद पर बैठा अधिकारी ही लूट का सरदार बना हो समस्या का समाधान हो भी तो कैसे।

विद्युत चोरी में अव्वल नवाबगंज

नवाबगंज । क्षेत्र में विद्युत विभाग की घोर लापरवाही व कुछ कर्मियों की मिलीभगत का परिणाम यह है की दिन रात लाखो यूनिट विजली की चोरी सालो से चल रही हैं. जिम्मेदार जहां अनजान बने हुए हैं वहीं कुछ वसूली की रकम पाकर मौन हैं. विद्युत उपकेंद्र नवाबगंज के ढेमवा, वजीरगंज प्रथम व द्वितीय फीडर पर धड़ल्ले से खेत सिंचाई के लिए लोग विद्युत मोटर का इस्तेमाल कर रहे हैं रात दिन खेतो में लोगो के मोटर चल रहे हैं. इतना ही नहीं कुछ लोगो ने इसे कमाई का जरिया भी बना लिया है.मोटर मालिक रूपये लेकर दूसरे के खेत की सिंचाई कर रहे हैं. जिसमे 150 रूपये से लेकर 200 रूपये प्रति बीघा लिया जा रहा है. मार्किट में डीजल से चलने वाले सिंचाई इंजनों की बिक्री न के बराबर हो गयीं है. वहीं गावों घरेलू कनेक्शन धारको का यह भी कहना है की मोटर संचालन से एक तरफ विजली चोरी तो हो ही रही है साथ ही अधिक संख्या में मोटर चलने के कारण लोगो के घरो में बोलटेज भी लो रहता है. इन फीडरो पर लगभग 500 से अधिक मोटर सक्रिय हैं. वहीं इन सबमे स्थानीय लाइनमेन की पूरी मिलीभगत शामिल है. ढेमवा फीडर पर तो कभी चेकिंग की ही नहीं जाती. जिसके चलते मोटर के अलावा अन्य प्रकार से भी विद्युत चोरी की जा रही है.


लाइनमेन ने बना रखे हैं अपने असीटेंट

नवाबगंज।क्षेत्र में 2 से 3 लाइनमेन ही पंजीकृत हैं किन्तु आलम यह है की हर गाँव में विद्युत लाइन जोड़ने के लिए प्राइवेट लाइनमेन तयार है.पंजीकृत लाइनमेन द्वारा कम्भे पर चढ़कर लाइन जोड़ने या काटने का काम सिर्फ कैंप या अधिकारियो की मौजूदगी में ही किया जाता है. शेष समय की फालटिंग प्राइवेट लाइनमेन के द्वारा की जाती है. विजली का शटडाउन भी प्राइवेट कर्मियों को पंजीकृत लोगो के माध्यम से आसानी से मिल जाती है.

घरेलू कनेक्शन में भी है भारी खेल

नवाबगंज।क्षेत्र में अब भी हजारों की संख्या में लोगो के घरो में कनेक्शन नहीं हैं. बल्कि चोरी से जला रहे हैं. वही जो कनेक्शन जारी किये गए हैं उनमे से कई उपभोक्ता बाईपास विजली उपयोग कर रहे हैं. इन पर भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही.

 

उड़े रहते हैं हर हप्ते फ्यूज

नवाबगंज।क्षेत्र के गोकुला, तुलसीपुर, दत्तनगर, नकाहरा आदि गाओ में विद्युत फ्यूज हर हफ्ते उड़े रहते हैं. लोगो का कहना है की हर सप्ताह फीयूज जोड़ने को लेकर भी लाइनमेन वसूली करते हैं तब जाकर विजली मिलती है।

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