योगी की बेलगाम पुलिस ने क्रूरता की हदें पारकर दलित युवक को दी तालिबानी सजा
पीड़ित ने डीएम और एसपी को प्रार्थना पत्र देकर लगाई न्याय की गुहार।

गोण्डा। उत्तर प्रदेश में सत्तासीन योगी सरकार द्वारा जहाँ एक तरफ आमजन हेतु कानून व्यवस्था में सुधार लाने हेतु बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं और वहीं ज्वैलरी की दुकान पर खरीददारी करने गए दलित युवक को पुलिसकर्मियों द्वारा दुकान से लाकर तालिबानी सजा दिए जाने का आरोप लगाया जा रहा है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा व पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर के समक्ष 27 जून 2023 को दिए गए शिकायती पत्र में थाना मोतीगंज अंतर्गत ग्राम सिसवरिया (अल्ला नगर) निवासी शत्रोहन पुत्र सुरजामनी ने कहा है कि वह 25 जून को अपराह्न करीब 03 बजे ग्राम सिसवरिया स्थित बंशराज सोनी की दुकान पर ज्वैलरी लेने गया था। उसी समय थाना मोतीगंज के सिपाही धनन्जय सिंह व रामकिशोर भी सीसीटीवी कैमरे का सत्यापन करने हेतु वहां पहुंचे। पीड़ित ने कहा साहब हमने पायल का पैसा दे दिया है 05 मिनट रुक जाइए। इतना सुनते ही पुलिसकर्मियों ने पीड़ित को जबरन खींचकर मारते हुए रेलवे क्रॉसिंग पर ले जाकर मारा-पीटा। तत्पश्चात पुलिस चौकी कहोबा में कमरा बन्द करके बेल्ट व डंडे से बेरहमी से पिटाई करने के बाद थाना मोतीगंज में ले गए जहाँ पर मौजूद एक सिपाही द्वारा मार पीटकर जातिसूचक गाली देते हुए पूंछा जाने लगा कि कौन-कौन शराब बनाता है,इतने में पीड़ित गिर गया। तत्पश्चात पीड़ित को सीआरपीसी की धारा 107/151/116 में चालान कर सीएचसी ले जाकर मनमानी तरीके से डॉक्टरी रिपोर्ट तैयार कराने के बाद एसडीएम गोण्डा के यहाँ पेश किया गया। अपनी जमानत कराने के बाद पीड़ित अपने घर लौटा तो रात्रि में उसके बदन में लगी चोटों के कारण दर्द बढ़ गया। दूसरे दिन सुबह जिला अस्पताल आकर अपने चोटों का डॉक्टरी परीक्षण व उपचार कराया। मामले में पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्राधिकारी को जांच सौंपते हुए निष्पक्ष कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है।