किसानों को वितरित की तोरिया मिनी किट, फसल अवशेष न जलाने के लिए किया जागरूक
सहायक विकास अधिकारी कृषि ने किसानों को किया जागरूक
इटियाथोक,गोंडा। सहायक विकास अधिकारी कृषि मजहर हुसैन ने किसानों से कहा, कि वह तोरिया/लाही अपने खेतों में बुवाई करें। इस समय तोरिया बुवाई का समय चल रहा है। तोरिया की अगैती खेती करने से किसानों को उनकी फसल का अधिक लाभ मिल सकेगा, यह कम समय में तैयार हो जाती है और उसके बाद किसान दूसरी फसल ले सकते हैं।
शुक्रवार को विकासखंड के श्रीनगर पंचायत में 20 कृषकों को तोरिया बीज मिनी किट प्रदान की गई। इस अवसर पर समाजसेवी व पूर्व जिला पंचायत सदस्य विजय कुमार द्विवेदी उर्फ ओंकार वन मौजूद रहे।
किसानों को फसल अवशेष न जलाने के लिए किया जागरूक
इस दौरान सहायक विकास अधिकारी कृषि मजहर हुसैन द्वारा किसानों को फसल अवशेष जलाने से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में अवगत कराया गया। साथ ही फसल अवशेषों से खाद तैयार करने के संबंध में जानकारी दी गई।किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित सभी वैज्ञानिक तरीके अपनाने के लिए जानकारी दी गई।
चूहा और छछुंदर पर भी करें नियंत्रण नहीं तो हो जाएंगे कई बीमारियों के शिकार, मजहर हुसैन
सहायक विकास अधिकारी कृषि मजहर हुसैन ने कहा कि संचारी रोगों के रोकथाम के लिए अभियान चलाया जा रहा है।कहा कि बरसात में वैसे तो स्वच्छता के साथ अन्य सावधानी बरतनी जरूरी होती हैं। पर यह कम ही लोग जानते हैं कि चूहा और छछुंदर भी बड़ी बीमारी का कारण बन सकती हैं। बरसात होते ही यह बिलों से निकलकर सीधे घरों की ओर भागेंगे, ऐसे में जहां-जहां यह पहुंचेंगे वहां लेप्टोस्पारोसिस, स्क्रबटाइफस, बीमारी फैलाएंगे। यह बीमारी सामान्य बुखार से ज्यादा कष्टदायक होगी।
इन जंतुओं से वैक्टीरिया जनित बीमारियां होती हैं। इसमें गुर्दे संबंधित रोगी अधिक बीमार हो जाते हैं। इसके अलावा इसके लक्षणों में तेज बुखार, मांसपेशियों में दर्द, पेट दर्द, ठंड देकर बुखार आना वहीं सर्दी लगना शामिल है।कहा कि स्वास्थ्य विभाग के साथ कृषि विभाग भी इनकी रोकथाम को गांव-गांव लोगों को जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है।