कागजों तक सिमट कर रह गई अमृत सरोवर निर्माण की योजना
भीषण गर्मी में अमृत सरोवर सूखे,जिम्मेदार नहीं ले रहे सुधि
इटियाथोक,गोंडा।भीषण गर्मी में अमृत सरोवर तालाब की तलहटी भी सूख चली है।करोड़ों खर्च हुए लेकिन नतीजा सिफर रहा।पेड़ पौधे देखभाल के अभाव में सूख चुके हैं।सरकार ने तालाबों को पुनर्जीवित करने, कब्जों से मुक्त कराने,उनका सुंदरीकरण कराने, भू-गर्भ जल को संतुलित व मवेशियों के पानी की व्यवस्था आदि को लेकर अमृत सरोवर योजना शुरू की थी।करोड़ों रुपये खर्च हुए लेकिन योजना धरातल पर फलीभूत होने से पहले ही दम तोड़ते दिखाई पड़ रही है।शुरुआत में इस योजना पर बेहद कार्य किया गया,लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, तो जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।अब गर्मी अपना असर दिखाना शुरू कर चुकी है, लेकिन इटियाथोक विकासखंड के अमृत सरोवरों की सुधि जिम्मेदारों को नहीं है।एपीओ उमेश द्वारा ब्लॉक क्षेत्र में तेईस अमृत सरोवर तालाब के दावे किए जा रहे हैं। शनिवार को पड़ताल में पता चला कि ग्राम पंचायत गनवरिया,नारेमहरीपुर, सिंघवापुर सहित कई अमृत सरोवर तालाब सूखा पड़ा है।तालाब की तलहटी में एक बूंद पानी नहीं है। ग्रामीणों की मानें तो यहां पौधा रोपण तो किया गया था,लेकिन सब सूख गए हैं।तालाब झाड़ झंकार से पटा है।पेड़ पौधे मौके से गायब हैं।हाल बेहाल है।