घर-घर पेयजल आपूर्ति की मंशा पर फिरा पानी

इटियाथोक,गोंडा।जल ही जीवन है।जल बिना जीवन संभव नहीं है।वहीं दूषित जल बीमारियों का घर है। शहरों की तर्ज पर ग्रामीण अंचल के लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने हेतु सरकार द्वारा लाखों रुपए की लागत से पानी की टंकियों का निर्माण कराकर घर-घर पानी पहुंचाने की योजना थी।लेकिन यह परवान नहीं चढ़ सकी।बानगी के तौर पर जिले के इटियाथोक विकासखंड की ग्राम पंचायत परसिया बहोरी पुर की बात करें, तो करीब आठ वर्ष पूर्व केंद्रीय जल भू-गर्भ विभाग द्वारा बोरिंग कर पानी टंकी का निर्माण कार्य कराया गया था।उस समय गांव नौशहरा,बहोरी पुर, जगन्नाथीपुर, बगाही व तकिया के लोगों के मन में एक आशा की किरण जगी थी।विदित हो, आठ वर्ष के लंबे अंतराल के बाद भी लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच पाया है। गांव के मनोज वर्मा, रामशरण, इसराक खान,मारूफ, फारुख, जीतू, रिंकी, जमील आदि लोगों का कहना है कि हर घर तक पानी पहुंचना तो दूर पूरे ग्राम पंचायत में पाइप तक नहीं बिछाया जा सका है।ऐसे में ग्रामीण जनता को शुद्ध जल कब तक मुकम्मल तरीके से मिल सकेगा अपने आप में यक्ष प्रश्न बना हुआ है।