आखिरकार जिला अस्पताल की होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी उर्मिला देवी निलंबित कर दी गई
होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी उर्मिला देवी की शासन में थी गहरी पैठ,शासन में शिकायत करने वालों पर लगा देती थी ओछी हरकत का आरोप
गोंडा जिला अस्पताल में होम्योपैथिक में होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ उर्मिला देवी जबसे तैनाती जिला अस्पताल में हुई वह कभी कदार ही अस्पताल आती थी, पूरे जिले की अधिकारी होने के कारण अक्सर जिले में कहीं ना कहीं जांच एवं भ्रमण दिखाकर हमेशा गायब रहती थी।विभाग में पंजीकरण कराने एवं लाइसेंस लेने के लिए भी मोटी रकम मांगती थी यदि कोई इसकी शिकायत कर दे या विरोध कर दें तो उसके ऊपर ओछी आरोप लगाकर नगर कोतवाली में भी तहरीर दे देती थी। उर्मिला देवी से पूरा विभाग त्रस्त था जिले के सभी होम्योपैथिक चिकित्सालय में भारी पैमाने पर भ्रष्टाचार था, बिना दवा बटे ही लाखों रुपए की दवा खरीदारी कर दी जाती थी, जिसका कोई लेखा-जोखा नहीं होता था होता भी था तो केवल कागजी खानापूर्ति होती थी। ऐसे अधिकारी की शिकायत होने पर,कई बार जांच हुई लेकिन ऊंची और गहरी पैठ होने के कारण कोई कार्यवाही नहीं होती थी। लेकिन इस बार रिश्वतखोरी की पुख्ता सबूत होने पर उर्मिला देवी को आखिरकार निलंबित ही होना पड़ा।